गुजरात के सूरत से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया. हमारे समाज में जहां हर मां-बाप अपने परिवार में मासूम बच्चों की खिलकारी की ख्वाहिश रखते हैं. वहीं सूरत में कंपकंपाती ठंड में एक मां अपने कलेजे के टुकड़े को कचरा पेटी में डालकर फरार हो गई. मामले की जानकारी मिलने के बाद स्थानिक लोगों ने उसे कपड़े पहनाया और 108 एम्बूलेंस के जरिये अस्पताल पहुंचाया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पनास गांव के एमएमसी क्वाटर्स में रहने वाली 15 वर्षीय धारा रमेश गोड़से सुबह नाश्ता लेने दुकान गई थी. इस दौरान उसे रास्ते में एक कचरा पेटी से किसी के रोने की आवाज सुनाई दी. वहां जाकर उसने देखा कि एक नवजात वहां पड़ी हुई है, उसके गले में पतंग की डोरी फंसी हुई है. धारा ने पहले उसे उठाया, फिर उसके शरीर से डोरी निकाली, फिर उसे कपड़े पहनाए.
जिसके बाद धारा ने अपने घर जाकर इस मामले से अपनी मां को अवगत कराया. जिसके बाद 108 एम्बुलेंस को सूचना दी गई. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया है जहां उसका इलाज चल रहा है. पुलिस ने मामला दर्ज कर फिलहाल बच्ची की माता-पिता की तलाश कर रही है.