उत्तर प्रदेश के अपने चार दिन के प्रवास के दौरान संघ प्रमुख भागवत ने वैसे तो कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की लेकिन उन्होंने सबसे ज्यादा जोर दिया जनसंख्या नियंत्रण कानून पर, उन्होंने कहा कि संघ की अगली योजना दो बच्चों का कानून है. जनसंख्या वृद्धि विकराल रूप धारण कर चुकी है. इसलिए संघ जनसंख्या नियंत्रण कानून के पक्ष में है. संघ का मानना है कि दो बच्चों का कानून होना चाहिए लेकिन इस पर फैसला तो सरकार को लेना है. केंद्र को ऐसा कानून बनाना चाहिए जिससे जनसंख्या नियंत्रण हो सके. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि यदि जनसंख्या नियंत्रण कानून बनेगा तभी देश विकास के रास्ते पर चलेगा.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के जनसंख्या नियंत्रण के लिए दो बच्चों के कानून वाले बयान पर महाराष्ट्र में एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि यदि भागवत जी जबरदस्ती पुरुष की नसबंदी कराना चाहते हैं तो मोदीजी को ऐसा कानून बनाने दें.
नवाब मलिक ने कहा कि मोहन भागवत जी दो बच्चों वाला कानून चाहते हैं. शायद उन्हें पता नहीं है कि महाराष्ट्र में पहले से ही इस पर कई कानून हैं और कई अन्य राज्य में भी है, यदि भगवत जी जबरदस्ती पुरुष की नसबंदी कराना चाहते हैं तो मोदीजी को ऐसा कानून बनाने दें. लेकिन हमने अतीत में देखा कि इसके साथ क्या हुआ. इसलिए मलिक ने मोहन भागवत को अतीत देखने को भी सलाह दे डाली