नागरिकता संशोधन कानून के दौरान जहां विपक्ष इस कानून को लेकर घेरने की कोशिश कर रही है. वहीं देश के अलग-अलग यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र भी इस कानून का विरोध कर रहे हैं. इसलिए देश की कई यूनिवर्सिटियां इन दिनों सियासी अखाड़ा में बदल गई है. ऐसे में विरोध करने वाले छात्रों को लेकर बीजेपी के अलग-अलग नेताओं की अलग-अलग राय सामने आ रही है. ऐसे में मोदी सरकार के मंत्री संजीव बालियान ने जेएनयू और जामिया के छात्रों का ‘इलाज’ करने की बात कही है.
उन्होंने मेरठ में एक कार्यक्रम में कहा कि जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी और जामिया मिल्लिया इस्लामिया में देश विरोधी नारेबाजी न हो. इसके लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश का इन यूनिवर्सिटी में 10 फीसदी आरक्षण कर दीजिए, फिर यहां के छात्रों का इलाज हो जाएगा.उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ का नाम लेते हुए कहा, “मैं राजनाथ जी से निवेदन करूंगा, जो जेएनयू और जामिया में देश के विरोध में नारे लगाते हैं इनका इलाज एक ही है, पश्चिम उत्तर प्रदेश का वहां 10 फीसदी आरक्षण कर दीजिए, सबका इलाज कर देंगे, किसी की जरूरत नहीं पड़ेगी.”
#WATCH Union Minister Sanjeev Balyan in Meerut: Main Rajnath ji se nivedan karoonga, jo JNU,Jamia mein desh ke virodh mein naare lagate hain inka ilaaj ek hi hai,pashchim Uttar Pradesh ka wahan 10% reservation karwa do,sabka ilaaj kar denge,kisi ki zarurat nahi padne ki (22.1.20) pic.twitter.com/qoYmlxR3Ce
— ANI UP (@ANINewsUP) January 23, 2020
देश में CAA-NRC के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों को खत्म करने के लिए जहां बीजेपी इस कानून के समर्थन में रैली और जनसभा कर रही है वहीं कुछ बीजेपी नेता लगातार इस मामले को लेकर नफरत भरे बयान दे रहे हैं. पश्चिम बंगाल के बीजेपी नेता नागरिकता संसोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों को लाठी और गोली मारने की धमकी दे रहे है तो वहीं उत्तर प्रदेश मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के खिलाफ नारेबाजी करने वालों को ‘जिंदा दफन’ करने की धमकी दे रहे हैं.