नई दिल्ली : जैसे-जैसे दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आती जा रही हैं, वैसे वैसे पार्टियों का एक-दूसरे पर आरोप और प्रत्यारोप का दौर तेज होता जा रहा है. हाल ही में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर कहा था कि दिल्ली की जनता जो उनके पक्ष में खड़ी थी, वो भी अब पीछे हट गई है. इस कारण अब वो अपने आप को मासूम बता कर पूछ रहे हैं कि “मैं आतंकवादी हूं?” तो, हां. केजरीवाल ने खुद स्वीकार किया था कि वो अराजकतावादी हैं, अराजकतावादी और आतंकवादी में बहुत अधिक फर्क नहीं होता है.”
जावड़ेकर के इस बयान का जवाब देते हुए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, “अगर केजरीवाल आतंकवादी हैं तो सरकार उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं कर लेती है? यह सब देश की राजधानी दिल्ली में हो रहा है जहां केंद्र सरकार और चुनाव आयोग है, एक केंद्रीय मंत्री को कैसे ऐसी भाषा की इजाजत दी जा सकती है.” मालूम हो कि एक समाचार चैनल के साथ बातचीत में बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने भी केजरीवाल पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए, उन्हें ‘आतंकवादी’ बताया था’ जिसके बाद चुनाव आयोग ने वर्मा के बयान को प्रथम दृष्टया चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुये उन्हें इस बारे में अपना पक्ष रखने को कहा था. आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान विवादित बयान देने के एक अन्य मामले में गुरुवार को वर्मा को चार दिन तक चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित किया.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि अरविंद केजरीवाल के तार पाकिस्तान से जुडे़ हैं. इसके बाद आप नेता संजय सिंह ने उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत करने के लिए समय मांगा था. साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर चुनाव आयोग उन्हें समय नहीं देता है तो वो उसके कार्यालय के बाहर धरने पर बैठेंगे.