नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस भी मंगलवार से जोर-शोर से प्रचार में उतरी और यह सिलसिला बुधवार को भी जारी रहेगा. मंगलवार को मनमोहन सिंह , राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने दिल्ली में चुनाव प्रचार किया. एक रैली को संबोधित करते हुए पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PCU की तरह ‘ताजमहल भी बेच सकते हैं. राहुल ने जंगपुरा और संगम विहार में दो रैलियों को संबोधित किया, जबकि उनकी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने उनकी दूसरी रैली में उनके साथ मंच साझा किया. दोनों भाई-बहन ने मोदी एवं भाजपा और अरविंद केजरीवाल एवं आप पर घृणा फैलाने और रोजगार के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाए. ऐसा पहली बार है कि दिल्ली चुनाव के प्रचार अभियान में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार के लिए उतरे हैं.
वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि यह शर्म की बात है कि पढ़े लिखे होने के बावजूद हमारे युवकों को रोजगार के लिए भटकना पड़ता है और ऐसे में यदि दिल्ली में कांग्रेस सत्ता में आती है तो बेरोजगारी से निपटने के लिए ठोस कदम उठाये जाएंगे. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने तिलक नगर में एक चुनाव सभा में कहा, ‘मैं कुछ ऐसे मुद्दे उठाना चाहता हूं जो आज युवाओं से जुड़े हैं. शिक्षा पर इतना सारा पैसा खर्च करने के बाद भी उन्हें रोजगार के लिए भटकना पड़ता है. यह शर्म की बात है.’
चुनाव से पहले अपनी पहली रैली में राहुल ने कहा कि देश का मौजूदा माहौल, नफरत, हिंसा और महिलाओं पर हमले से भारत को नुकसान पहुंच रहा है और लोगों को इससे फायदा नहीं हो रहा है. गांधी ने आर्थिक मंदी और बेरोज़गारी के मुद्दे से नहीं निपटने और हिंसा को बढ़ावा देने के लिए भाजपा को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा, ‘वे (भाजपा) हिन्दू धर्म की बात करते हैं, वे इस्लाम की बात करते हैं, वे सिख धर्म की बात करते हैं. उन्हें धर्म का कोई ज्ञान नहीं है. हिन्दू धर्म, इस्लाम, ईसाई, सिख धर्म में कहां लिखा है कि अन्य लोगों पर हमला करो, उनका दमन करो?’
साथ ही कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मोदी ताजमहल भी बेच सकते हैं.’ यह सच है कि सरकारी कंपनियां बेची जा रही हैं. उन्होंने एलआईसी, बीपीसीएल, एयर इंडिया, बीएसएनएल बेच दिया और वे रेलवे को भी बेचने की योजना बना रहे हैं. वाकई उनकी रफ्तार तेज है.’ प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा कहती है कि वह दिल्ली को उत्तर प्रदेश जैसा बनाना चाहती है. प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में तो अपराध एवं अराजकता है और विकास का कोई नामोनिशान नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री प्रचार में करोड़ों रूपये लगाते हैं, केजरीवाल उनसे कोई ज्यादा पीछे नहीं हैं, तो सवाल उठता है कि यदि काम बोल रहा है तो प्रचार की जरूरत क्या है?