दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग में बीते दिनों फायरिंग करने वाले शख्स कपिल गुर्जर के आम आदमी पार्टी से जुड़े होने का दावा किया. जिसके बाद इलेक्शन कमीशन डीसीपी क्राइम राजेश देव से काफी नाराज़ है. कमीशन का कहना है कि कपिल गुर्जर से जुड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने आप का नाम लिया जोकि चुनाव को प्रभावित कर सकता है. इलेक्शन कमीशन का मानना है कि जब फायरिंग की जांच जारी है तो ऐसे में किसी पार्टी का नाम लेने की जरूरत क्यों पड़ी.
डीसीपी राजेश देव के खिलाफ कड़ा संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने बुधवार को कहा कि उनका बयान ‘पूरी तरह अवांछित’ था और उन्हें चुनावी कार्य से रोक दिया गया है. उन्होंने मीडिया के साथ जांच का ब्यौरा साझा किया था जिसमें शाहीन बाग के शूटर का संबंध आम आदमी पार्टी से दिखाया गया था. चुनाव आयोग ने कहा कि देव के व्यवहार से ‘स्वतंत्रत एवं निष्पक्ष चुनाव कराने पर असर पड़ेगा.’ देव ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि शाहीन बाग में शनिवार को गोलीबारी करने वाला कपिल आप का सदस्य है. इसके बाद आम आदमी पार्टी ने पुलिस अधिकारी के खिलाफ चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया.
Election Commission (EC) writes to Delhi Commissioner of Police over “undesirable public statements by Rajesh Deo, DCP Crime Branch”. The letter states, “A warning shall be issued to Rajesh Deo & it shall be ensured that he is not assigned any work related to #DelhiElections” pic.twitter.com/1DpQvSDuJX
— ANI (@ANI) February 5, 2020
बताया जा रहा है कि राजेश देव को दिल्ली से जुड़े किसी भी चुनाव कार्य में नहीं लगाया जायेगा. दरअसल कपिल गुर्जर से जुड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीसीपी क्राइम ब्रांच का कहना था कि पूछताछ में कपिल गुर्जर ने बताया कि उसने और उसके पिता ने वर्ष 2019 के शुरुआती महीने में ‘आप’ की सदस्यता ली थी.