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18 फरवरी से गोरखपुर में ‘बुध से कबीर’ यात्रा, समाज को समरसता का संदेश

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गांधीनगर: समाज में समरसता को और मजबूत बनाने के मकसद से पूर्वाचल की दो महान विभूतियों गौतम बुद्ध और संत कबीर के पैगाम को लोगों तक पहुंचाने के लिए गुजरात के 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी और एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस विनोद कुमार मल्ल एक बार फिर से “बुध से कबीर” यात्रा का आगाज करने वाले हैं 18 फरवरी से 22 फरवरी के बीच निकालने वाली ये यात्रा कुल 90 किलो मीटर की होगी. 18 फरवरी सुबह 10 बजे बुद्धा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (GIDA) गोरखपुर से इस यात्रा का आरंभ किया जाएगा.

बुध से कबीर यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए डिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस विनोद कुमार मल्ल ने कहा कि, “90 किलो मीटर की कुल यात्रा में तकरीबन 25 किलो मीटर पैदल चलकर जन जन तक कबीर और बुद्ध के पैगाम को पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान गंगा जुमुनी तहजीब का देश है, और इसकी संस्कृति को बचाये रखने की हम सभी की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी इसी तरीके का पदयात्रा किया गया था पदयात्रा के दौरान जितने भी लोगों से मुलाकात हुई सभी लोगों ने हमारे इस पहल की सराहना करते हुए इसे आज की अहम जरुरत बताया था. उन्होंने कहा कि ये कोई खत्म होने वाली यात्रा नहीं बल्कि अलग-अलग चरणों में ऐसी यात्रा होती रहेंगी. हमें एक ऐसा कम्पोजिट कल्चर विकसित करना है जिसके तहत देश में सद्भावना का माहौल बने और समाज में समरसता को मजबूत करने में मदद मिले“.

विनोद कुमार मल्ल गुजरात कैडर के वरिष्ठतम पुलिस अधिकारी हैं. सहनशीलता और संवेदना पर आधारित अपने इस आध्यात्मिक प्रयोग का कारण एक साक्षात्कार के दौरान बताते हुए मल्ल ने कहा था कि, “मैं देश और संविधान के लिए ही यह कार्य कर रहा हूं. देश का जो संविधान है वह हमारे देश, समाज के हजारों वर्षो के इतिहास का प्रतिबिंब है. हमारे समाज के जो मूल्य थे उनको संविधान निर्माताओं ने एक लिखित दस्तावेज में समाहित किया है. देश का जो कानून है वह संविधान पर आधारित है और पुलिस जो भी कार्य करती है वह संविधान के आधार पर ही करती है. समाज, संविधान, और कानून सब एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. यह पदयात्रा सामाजिक सौहार्द विकसित करने के लिए है. एक वृहद परिदृश्य में देखते हैं तो सामाजिक सौहार्द के रास्ते मैं कानून और संविधान के लिए ही कार्य कर रहा हूं.”

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