चीन में कोरोना वायरस का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. आलम ये है कि इससे मरने वालों की संख्या 1700 के पार पहुंच गई है. उधर कोरोना के खिलाफ जारी जंग के दौरान चीन ने एक बड़ा क़दम उठाते हुए अपने हुबेई प्रांत में लोगों की गतिविधियों पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं. छह करोड़ लोगों को कोई आपातकालीन स्थिति होने पर ही घरों से बाहर निकलने को कहा गया है. इसके अलावा निजी कारों के इस्तेमाल पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिया गया है.
कोरोना वायरस के कारण सबसे अधिक हुबेई और वुहान शहर प्रभावित हुए हैं जिनमें अब तक 1,665 लोगों की जानें जा चुकी हैं. वहीं ताजा आंकड़े की बात करें तो मरने वालों की कुल संख्या 1,765 पहुंच गई है. हालांकि, चीन ने घोषणा की है कि लगातार तीसरे दिन कोरोना वायरस के नए मामलों में गिरावट दर्ज की गई है और वो इसे फैलने से रोक रहा है. चीन ने हर किसी के घर से निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया है. साथ ही एक घर से तीन दिन में केवल एक ही आदमी को खाने का और ज़रूरी सामानों को लाने की छूट दी गई है.
क्या-क्या हैं प्रतिबंध
वहीं, दवाई, होटलों, खाने की दुकानों और स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा सभी दुकानें बंद करने के आदेश दिए गए हैं. सामान की डिलिवरी करने के अलावा सभी तरह की कारों पर प्रतिबंध लगा दी गई है. राजनधानी बीजिंग में आने वाले लोगों को 14 दिन तक चिकित्सा निगरानी में एकांत में रहने के लिए कहा गया है, ऐसा न करने पर सज़ा का प्रावधान है. चीन के केंद्रीय बैंक ने वायरस फैलने से रोकने के लिए इस्तेमाल किए हुए नोटों को कीटाणुरहित करने का फ़ैसला लिया है.
कितने नए मामले आए
रविवार को प्रशासन ने बताया कि 2009 नए मामले आए हैं जो शनिवार को 2641 थे. इससे पहले 5090 नए मामले आए थे. चीन में अब तक 68,500 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. नए मामलों में आ रही कमी पर चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के प्रवक्ता मी फ़ेंग ने कहा है कि यह आंकड़ा इस वायरस को काबू में करने की चीन की कोशिशों को दिखाता है.