बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले बेरोजगारी के मुद्दे पर सत्ताधारी पार्टी जनता दल युनाइटेड (JDU) में दो फाड़ होती नजर आ रही है. राज्य में बेरोजगारी को लेकर विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ‘बेरोजगारी हटाओ यात्रा’ निकालने जा रहे हैं तो सत्तापक्ष के विधायकों ने पार्टी के खिलाफ जाकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए हैं.
JDU के विधायक अमरनाथ गामी और एमएलसी जावेद इकबाल अंसारी ने अपनी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. बेरोजगारी को लेकर अमरनाथ गामी ने कहा, ‘बिहार में बेरोजगारी है, अन्यथा लोग राज्य को छोड़कर नहीं जाते. तेजस्वी यादव ‘बेरोजगारी हटाओ यात्रा’ निकाल रहे हैं, लेकिन सिर्फ यह अकेले मदद नहीं करेगा. बिना केंद्र की मदद के बेरोजगारी दूर करना संभव नहीं है. किसी भी बिहार सरकार ने बेरोजगारी पर ध्यान नहीं दिया.’
वहीं जदयू के विधायक जावेद इकबाल अंसारी ने सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव की यात्रा की तारीफ की. अंसारी ने कहा ‘विपक्ष के नेता (तेजस्वी यादव) बेरोजगारी हटाओ यात्रा निकाल रहे हैं. बिहार में 10-15 साल में बेरोजगारी की वजह से पलायन बढ़ गया है, लोग काम करने के लिए अन्य राज्यों में चले जाते हैं और बेइज्जत होते हैं. जो भी युवाओं के भविष्य की खातिर सड़क पर उतरेगा, उसकी सराहना की जानी चाहिए.’
उधर चुनाव से पहले पार्टी के अंदर उठते बगावती सुरों के बाद JDU के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह को सामने आया पड़ा है. वशिष्ठ नारायण ने बिना नाम लिए तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा, ‘एक व्यक्ति द्वारा समर्थन के पीछे कोई अर्थ नहीं है. यह केवल कुछ प्रचार हासिल करने के लिए एक रणनीति है, अब जब वे अपनी जमीन खो रहे हैं. जब जनता का समर्थन कम हो जाता है तो लोग इस तरह के कदम उठाते हैं. यह हमें बिल्कुल प्रभावित करने वाला नहीं है.’ तेजस्वी यादव की ‘बेरोजगारी हटाओ यात्रा’ 23 फरवरी से शुरू होने वाली है.