दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के साथ ही उनके सामने दिल्ली की समस्याओं का पिटारा खुलना शुरू हो गया है. अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया में दिल्ली में बसों की कमी को लेकर छपी एक खबरे के जवाब में केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में जल्द ही बसों की कमी दूर होगी. केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘इसमें समय लगा. लेकिन आखिरकार हमने सभी बाधाएं पार कर लीं. बसें आनी शुरू हो गई हैं.’
उन्होंने कहा, ‘मैं सभी दिल्लीवासियों को यह आश्वासन दे सकता हूं कि जल्द ही बसों की कोई कमी नहीं रहेगी.’ दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत हैं, जिनके ऊपर दिल्ली की परिवहन व्यवस्था का जिम्मा हैं. खबर के मुताबिक वर्तमान में दिल्ली शहर में करीब 6,000 बसें हैं. आम आदमी पार्टी ने हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपने घोषणापत्र ‘गारंटी कार्ड’ में 11,000 से अधिक बसें लाने और दिल्ली मेट्रो नेटवर्क को 500 किलोमीटर से अधिक बढ़ाने का वादा किया था.
It did take time. But finally we were able to overcome all obstacles. So, buses have started arriving. I can assure all Delhiites, soon there won’t be any dearth of buses. pic.twitter.com/lOqcu33FFv
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 18, 2020
उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘दस गारंटियों’ के क्रियान्वयन पर चर्चा करने के लिए बुधवार को शीर्ष अधिकारियों की बैठक बुलाई है. इन गारंटियों में निर्बाध बिजली आपूर्ति, कूड़ा रहित दिल्ली तथा अनधिकृत कॉलोनियों के लिए मूलभूत सुविधाएं देना शामिल हैं. सूत्रों ने बताया कि बुधवार दोपहर को होने वाली बैठक के एजेंडा में पेयजल की पाइप द्वारा आपूर्ति, सभी बच्चों के लिए शिक्षा, समाज के विभिन्न तबकों के लिए नि:शुल्क बस सेवा, स्वास्थ्य सेवाएं, महिला सुरक्षा, यमुना की सफाई आदि शामिल हैं. बुधवार को ही मंत्रिमंडल की बैठक भी होनी है.
केजरीवाल ने रविवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसके बाद दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ यह उनकी पहली बैठक है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में हाल में ही आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर कब्ज़ा किया है और भाजपा को 8 सीट मिली. केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने हैं.