CAA-NPR को लेकर उद्धव सरकार में चल रही तकरार के बीच कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि दोनों के बीच CAA-NPR के मुद्दे पर बात होगी. कांग्रेस महाराष्ट्र में पहले ही इसका विरोध कर चुकी है.
बता दें, इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि वह राज्य में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) की प्रक्रिया को नहीं रोकेंगे. ठाकरे ने आश्वासन दिया कि वह एनपीआर के सभी कॉलम की जांच खुद करेंगे. उन्होंने कहा कि एनपीआर तैयार करने की प्रक्रिया में महाराष्ट्र में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए.
उद्धव ठाकरे ने ट्वीट किया कि सीएए और एनआरसी अलग हैं और एनपीआर अलग है. अगर सीएए लागू होता है तो किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है. एनआरसी अभी नहीं है और राज्य में लागू नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि एनपीआर राज्य में लागू होगा क्योंकि उसमें कुछ भी विवादास्पद नहीं है. ठाकरे ने कहा कि वह राज्य में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि अगर एनआरसी लागू होगा तो इससे हिंदू या मुस्लिम ही नहीं आदिवासी भी प्रभावित होंगे. एनपीआर जनगणना है और मुझे नहीं लगता कि इससे कोई प्रभावित होगा क्योंकि यह हर दस साल में होती है.
बता दें, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर कांग्रेस और एनसीपी का रुख शिवसेना से अलग है. केंद्र सरकार 1 मई से देशभर में एनपीआर की प्रक्रिया शुरू करने की अधिसूचना जारी कर चुकी है. शिवसेना ने भी कह दिया है कि वह इस मामले में केंद्र सरकार के साथ हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस शुरू से ही इस मामले का देशभर में विरोध कर रही है. अब एनसीपी भी कांग्रेस के समर्थन में आ गई है. इस मामले को लेकर दोनों पार्टियां शिवसेना से खींचतान में लगी हैं.