हितेश चावड़ा, अहमदाबाद: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की अहमदाबाद यात्रा की चर्चा पूरे देश में है। हर दिन ट्रम्प की यात्रा के बारे में नए खुलासे हो रहे हैं। नई जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के अधिकार में कटौती की गई है, और उनकी जगह अहमदाबाद मेयर बिजल पटेल को डोनाल्ड ट्रम्प और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात में अगवानी का जवाबदेही सौंप दी गई है। बिजल पटेल को ट्रम्प नागरिक अभिवादन समिति का अध्यक्ष बना दिया गया है।
ट्रम्प के अभिवादन खर्च पर कल से शुरू हुए विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है। कल, जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की 100 करोड़ से अधिक की मेहमान नवाज़ी लागत पर सवाल उठाया गया, तो विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने घोषणा की कि, अमेरीकन राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प का अभिवादन सरकार के द्वारा नहीं बल्कि एक संस्था “नागरिक अभिवादन समिति” द्वारा किया जाएगा। अब नई जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद मेयर बिजल पटेल को कमेटी के कोऑर्डिनेटर या चेयरमैन के रूप में आगे किया गया है। ऐसे में ट्रम्प के प्रोटोकॉल के लिए सीएम रूपाणी नहीं बल्कि बिजल पटेल जिम्मेदार होंगी।
सीएम रूपाणी का पदच्युत करने की चर्चा पिछले 6 महीने से चल रही है। रूपाणी को विभिन्न अवसरों पर उनकी जिम्मेदारियों से बार-बार दूर किया जा रहा है। सचिवालय से सड़क तक, राज्य के विभिन्न विभागों को सीएम और उनके मंत्रालय द्वारा नहीं, बल्कि विभिन्न व्यक्तियों और विभूतियों द्वारा संचालित किए जाने की चर्चा होती रही है। जिसमें अब रूपाणी को प्रोटोकॉल से हटाकर से हटाकर नई कहानी चर्चा मंच पर शामिल कर दी गई है।
अब तक परंपरागत रूप से, जब एक विदेशी राष्ट्रपति भारत के प्रधान मंत्री के साथ राज्यों का दौरा करता था, तो प्रोटोकॉल उस राज्य के मुख्यमंत्री के द्वारा दिया जाता था। हालांकि, अब जब दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र के आका मिल रहे तो जवाबदेही एक महानगर निगम के महापौर को सौंपी गई है। ऐसे में दिल्ली से द्वारका तक सीएम रूपाणी के सम्मान को लेकर बहस छिड़ गई है। हालांकि, सचिवालय के एक भरोसेमंद सूत्र के मुताबिक, सीएम रुपाणी को समारोह की अगुवाई से इसलिए हटाया गया है क्योंकि उनको अंग्रेजी भाषा की अच्छी जानकारी नहीं है।
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/narmada-district-gets-medical-college-due-to-statue-of-unity-when-will-the-question-of-local-people-be-constructed/