दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब भारतीय जनता पार्टी की नजर इस साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी शंखनाद कर दिया है. शनिवार को राजधानी पटना के दौरे पर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनावी बिगुल फूंका. जेपी नड्डा ने कहा कि आने वाले नवंबर के चुनाव में एनडीए की सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत लगानी है. उन्होंने दावा किया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एक बार फिर उनकी जीत होगी.
जेपी नड्डा ने बिहार के 11 नए बीजेपी जिला कार्यालयों का उद्घाटन किया. यह कार्यालय भागलपुर, सहरसा, लखीसराय, समस्तीपुर, अरवल, नवगछिया, शिवहर, गोपालगंज, सिवान, औरंगाबाद और सासाराम जिले में बनाए गए हैं. ये सभी कार्यालय मॉडर्न सुविधाओं से लैस हैं. यहां वीडियो- ऑडियो कॉन्फेंस, ई-लाइब्रेरी के साथ अन्य आधुनिक सुविधाएं होंगी. नड्डा ने कहा कि पिछले पांच साल में बिहार की तस्वीर बदली है.
इस दौरान राजनीतिक दलों में परिवारवाद पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कड़ा प्रहार किया. नड्डा ने कहा कि देश में करीब 2,500 राजनीतिक दल हैं. 59 दलों को चुनाव आयोग की मान्यता प्रदेश स्तर पर मिली है और 7 दलों को राष्ट्रीय दल की मान्यता मिली है. नड्डा ने कहा कि अन्य सभी पार्टियां वंशवाद के आधार पर चलती हैं. सिर्फ बीजेपी ही ऐसी पार्टी है, जहां पार्टी ही परिवार है. उन्होंने कहा, ‘हम बचपन में कहा करते थे कि किसी भी संगठन को चलाना चाहिए तो उसके पांच ‘क’ होने चाहिए- कार्यकर्ता, कार्यक्रम, कार्यकारणी, कोष और कार्यालय.’
वहीं जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को लेकर जेपी नड्डा ने कहा, ‘पश्चिम पाकिस्तान से भारत आकर मनमोहन सिंह, आईके गुजराल प्रधानमंत्री और लाल कृष्ण आडवाणी उप प्रधानमंत्री बने. लेकिन जम्मू कश्मीर में बसने वाले के पास काउंसलर का चुनाव लड़ने का अधिकार भी नहीं था. इसका कारण धारा 370 थी.’ उन्होंने कहा, ‘आजादी के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में BDC का चुनाव हुआ. 310 सीटों पर चुनाव हुए, भाजपा को 80 सीटें मिली, कांग्रेस को 1 सीट मिली. PDP और नेशनल कॉन्फ्रेंस भाग गए. शांतिपूर्ण चुनाव हुआ, एक भी गोली नहीं चली.’