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अब गाजीपुर और बस्ती का नाम बदल सकती है योगी सरकार, भाजपा नेता कर रहे हैं मांग

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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पहले ही राज्य के दो जिलों के नाम बदल चुकी है. फैजाबाद और इलाहाबाद का नाम बदले जाने के बाद अब बस्ती और गाजीपुर जिलों के नाम बदले जाने को लेकर उत्तर प्रदेश में चर्चा हो रही है. इन दोनों जिलों के नाम बदलने की मांग भाजपा नेताओं की ओर से की गई है जिस पर योगी सरकार विचार कर रही है.

हाल ही में यूपी बीजेपी के प्रवक्ता नवीन श्रीवास्तव ने सूबे के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य को अनुरोध पत्र सौंपा है जिसमें उन्होंने गाजीपुर का नाम ‘गाधिपुरी’ नाम करने की गुजारिश की है. इसी तरह बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी और विधायक अजय कुमार सिंह ने बस्ती का नाम महर्षि वशिष्ठ के नाम पर ‘वशिष्ठ नगर’ रखने की मांग की है.

गाजीपुर का नाम गाधिपुर करने की मांग

वेबसाइट दिप्रिंट से बातचीत में बीजेपी प्रवक्ता नवीन श्रीवास्तव ने कहा कि प्राचीन काल में महर्षि विश्वामित्र के पिता राजा गाधी की राजधानी गाधिपुरी थी जिसे मुगल शासन में मुस्लिम आक्रांता मुहम्मद बिन तुगलक के सिपहसालार ‘गाजी’ के नाम पर इसका नाम बदलकर गाजीपुर कर दिया गया था. तब से इसका यही नाम चला आ रहा है लेकिन अब गाजीपुर को उसका ‘प्राचीन गौरव’ लौटाने का समय आ गया है. वह कई साल से इसके लिए प्रयास कर रहे हैं. नवीन के मुताबिक, ‘महर्षि विश्वामित्र के पिता राजा गाधि की राजधानी गाधिपुरी हुआ करती थी. ऐसे में इसका नाम फिर से बदलकर गाधिपुरी किया जाए.’

बस्ती को वशिष्ठ नगर बनाए जाने की मांग

गाजीपुर की तरह ही बस्ती जिले का नाम बदलने की भी चर्चा जोरों पर है.यहां के सांसद हरीश द्विवेदी और विधायक अजय कुमार सिंह ने बस्ती का नाम महर्षि वशिष्ठ के नाम पर वशिष्ठ नगर रखने की मांग की थी. उनके मुताबिक,भगवान राम के गुरु महर्षि वशिष्ठ से ही बस्ती की पहचान है. मालूम हो कि पिछले साल योगी आदित्यनाथ ने बस्ती मेडिकल कालेज का नाम महर्षि वशिष्ठ के नाम पर रखे जाने का ऐलान किया था जिसके बाद जिले का नाम बदले जाने की मांग ने जोर पकड़ लिया.

इन दो जिलों के बदले थे नाम

योगी सरकार ने अक्टूबर 2018 में इलाहाबाद जिले का नाम प्रयागराज और नवंबर 2018 में फैजाबाद जिले का नाम अयोध्या कर दिया था. वहीं जून 2018 में ही मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन रखा गया था. बीते दिनों सुलतानपुर का नाम बदल कर भगवान राम के बेटे कुश के नाम पर कुशपुर या कुशभवनपुर रखाने की मांग की गई थी.