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ये मोदी का गुजरात! कांग्रेसी विधायकों तुम्हारे आकाओं के इशारों आजादी का नारा- गुजरात गृहमंत्री

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गांधीनगर: सांप्रदायिक रूप से बेहद संवेदनशील माने जाने वाले गुजरात के अहमदाबाद में नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ पिछले 45 दिनों से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन जारी है. अहमदाबाद के मुस्लिम बहुल इलाकों में लोगों ने अपने घरों के बाहर प्लेकार्ड्स और बोर्ड्स लगा रखे हैं, जिन पर कागज नहीं दिखाएंगे लिखा हुआ है. अपने इस असहयोग आंदोलन के जरिए लोगों ने संकेत देने की कोशिश की है कि वह एनपीआर के लिए सर्वे करने आए अधिकारियों को किसी तरह की मदद नहीं करेंगे और उन्हें कोई जानकारी नहीं देंगे.

लेकिन इस बीच गुजरात के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर गुजरात विधानसभा में बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा कि जल्द ही इस कानून को गुजरात में लागू किया जाएगा. गुजरात विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान, सीएए को गृह मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने कांग्रेस के मुस्लिम विधायकों को निशाना बनाते हुए कहा कि “हम किसी भी कीमत पर सीएए को लागू करके ही रहेंगे” साथ ही साथ उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि अपने आकाओं को बता देना कि ये मोदी का गुजरात है.

इस कानून को लेकर जहां पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहा है और बीजेपी खुद मान रही है कि इसे लेकर लोगों में फैली गलतफहमी को दूर करने की कोशिश की जानी चाहिए वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा कह रहे हैं “हम किसी भी कीमत पर सीएए को लागू करने वाले हैं,” इस कानून के लागू होने से मुस्लिमों का कुछ लुट नहीं जाएगा. प्रदीप सिंह ने कहा कि अहमदाबाद में रात को आजादी का नारा लगता है. जाडेजा ने कांग्रेसी विधायक ग्यासुद्दीन शेख पर गंभीर आरोप भी लगाया.

विधानसभा में जाडेजा ने ग्यासुद्दीन शेख को संबोधित करते हुए कहा कि, “तुम्हारे आकाओं के इशारे पर ऐसा होता है. तुम्हारे आकांओं से कह देना ये मोदी का गुजरात है. इस बयान पर कांग्रेसी विधायक ग्यासुद्दीन शेख ने विरोध जताया.ग्यासुद्दीन शेख ने कहा, ‘हम सीएए और एनआरसी का विरोध करते रहेंगे.वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेसी विधायक इमरान खेड़ावाला ने कहा कि हम इस कानून का विरोध इसलिए कर रहे हैं क्योंकि ये संविधान विरोधी है. साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती हमारा विरोध जारी रहेगा लेकिन अहिंसक