तालिबान और अमेरिका के बीच हुए समझौते के बाद अफगानिस्तान में एक राजनीतिक रैली के दौरान हमले में 27 लोगों की मौत हो गई है. खबरों के मुताबिक अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में यह हमला हुआ है. इस हमले ने अफगानिस्तान की राजधानी के बेहद कड़ी सुरक्षा वाले इलाके में सुरक्षा की कमी को उजागर किया है. ये हमला तब हुआ है जब 29 फरवरी को अमेरिका और तालिबान के बीच हुए समझौते के मुताबिक 14 महीनों के अंदर विदेशी बलों की देश से वापसी होनी है.
अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौता हुआ था. उस समझौते के बाद हुआ यह पहला बड़ा हमला है. इस हमले में 27 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. वहीं आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने कहा कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. हालांकि इस हमले से पहले भी एक हमला हो चुका था. पूर्वी अफगानिस्तान के खोस्त शहर के फुटबॉल मैदान में धमाका हुआ. इस धमाके में तीन लोग मारे गए.
अमेरिका और तालिबान के बीच ऐतिहासिक शांति समझौता किया गया था. इसके तहत सभी पक्षों की ओर से संघर्ष-विराम किया जाना था. हालांकि इसके बाद 2 मार्च को ही तालिबान ने युद्ध-विराम की इस संधि को आंशिक तौर पर तोड़ने का ऐलान किया और इसके 48 घंटे के भीतर ही खोस्त में धमाका हो गया. वहीं समझौते के बाद कुछ ही दिनों में माहौल इतने बिगड़ गए कि अमेरिका ने बुधवार को तालिबानी लड़ाकों पर एयरस्ट्राइक की. अमेरिका फोर्स ने ये एयरस्ट्राइक अफगानिस्तान के हेलमंड प्रांत में की है, जहां पर तालिबान का एक बड़ा अड्डा था.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/tahir-hussain-sent-for-7-days-police-remand/