ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से अपना 18 साल पुराना राजनीतिक रिश्ता खत्म कर लिया है. मध्य प्रदेश के युवा नेता सिंधिया के इस फैसले से कांग्रेस न सिर्फ संकट में है, बल्कि वो आहत भी है. कांग्रेस का कहना है कि पार्टी में उन्हें सब कुछ दिया गया, बावजूद इसके सिंधिया ने पाला बदल लिया.
होली के मौके पर मंगलवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस्तीफा दिया है, जिसके चलते मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिरने की कगार पर पहुंच गई है. सिंधिया ने इस्तीफे का कारण बताते हुए लिखा है कि वो कांग्रेस में रहते हुए जनसेवा नहीं कर पा रहे थे. साथ ही सिंधिया गुट की तरफ से उन्हें सम्मान न मिलने के आरोप भी लगाए जाते रहे हैं.
सिंधिया जी की 18 साल की राजनीति में कांग्रेस ने :
– 17 साल सांसद बनाया
– 2 बार केंद्रीय मंत्री बनाया
– मुख्य सचेतक बनाया
– राष्ट्रीय महासचिव बनाया
– यूपी का प्रभारी बनाया
– कार्यसमिति सदस्य बनाया
– चुनाव अभियान प्रमुख बनाया
– 50+ टिकट, 9 मंत्री दियेफिर भी मोदी-शाह की शरण में ? pic.twitter.com/bABGfFuYc5
— MP Congress (@INCMP) March 11, 2020
इन्हीं आरोपों का कांग्रेस ने जवाब दिया है. बुधवार सुबह मध्य प्रदेश कांग्रेस की तरफ से सिंधिया से जुड़ा एक ट्वीट किया गया. इस ट्वीट में बताया गया कि सिंधिया को राजनीतिक तौर पर कांग्रेस में क्या-क्या दिया गया.
इस ट्वीट के साथ कांग्रेस ने जो फोटो शेयर किया है, वो बेहद दिलचस्प है. बाकायदा एक फोटो डिजाइन किया गया है, जिस पर ट्रस्ट ब्रेक होना दर्शाया गया है. यानी कांग्रेस ने सिंधिया को भरोसा तोड़ने वाला बताया है.
हालांकि, मंगलवार को इस्तीफे के तुरंत बाद तो कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सिंधिया को गद्दार तक करार दे दिया था. लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि जिस पार्टी ने सिंधिया को महाराज बनाकर रखा, उन्होंने ही पार्टी से गद्दारी की है.