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झूठा साबित हो रहा गुजरात में महिलाओं की सुरक्षा का दावा, हर दिन होते हैं 3-4 बलात्कार

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गांधीनगर: गुजरात विधानसभा में बजट सत्र का प्रश्नकाल चल रहा है. इस बीच कांग्रेस ने सदन में बलात्कार की घटनाओं की जानकारी मांगी. गुजरात की रुपाणी सरकार ने विधानसभा में जवाब के तौर पर जो आंकड़ा पेश किया है वह चौंकाने वाला है. राज्य में दो साल में 2,723 बलात्कार और सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है. आकड़ा सामने आने के बाद साफ हो जाता है कि गुजरात में महिलाओं की सुरक्षा का बड़े-बड़े दावे सिर्फ झूठे साबित हो रहे हैं. विधानसभा में पेश चौंकाने वाले आकड़े के अनुसार गुजरात में हर दिन 3-4 बलात्कार के मामला सामने आ रहा है. इतना ही नहीं बलात्कार की घटना में शामिल कई आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.

रुपाणी के राज में खुलेआम घूम रहे हैं बलात्कारी, पुलिस निष्क्रिय 

गुजरात में बलात्कार के मामलों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. गुजरात की भाजपा सरकार राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर करोड़ों रुपये खर्च करती है और राज्य की महिलाओं को सुरक्षा मुहैया करवाने का दावा करती है. लेकिन सदन में पेश किए गए आँकड़ों को देखकर ऐसा लगता है कि ये सभी दावे सिर्फ कागज पर सिमट कर रह गए हैं. गुजरात में पिछले 2 साल में 2, 723 बलात्कार के मामले सामने आए हैं. इसमें भी अहमदाबाद जिला बलात्कार के मामले में पहले पायदान पर आता है. जबकि डांग जिले में सबसे कम घटनाएं सामने आई हैं.

गुजरात में बलात्कार के मामलों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. इस मामले को लेकर महिला सेल के एडीजी अनिल प्रथम ने भी चिंता व्यक्त की है. अनिल प्रथम ने कहा, “मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि शहरों और जिलों में महिला सशक्तीकरण को प्राथमिकता नहीं दी जाती है. पुलिस के पास करने को बहुत सारे काम हैं, लेकिन यह काम प्राथमिकता में नहीं. मैंने देखा है कि सीपी और एसपी महिला सशक्तिकरण को अपनी प्राथमिकता में नहीं रखते हैं.”

गुजरात के किसी भी जिले में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं

गुजरात के सभी 33 जिलों में दो वर्षों में बलात्कार की 2, 723 घटनाएं दर्ज की गई हैं. गुजरात के अहमदाबाद में सबसे ज्यादा 540, सूरत में 452, राजकोट में 158, बनासकांठा में 150, वडोदरा में 139, कच्छ में 128 घटनाएं सामने आई हैं. जबकि अमरेली में 81, भावनगर में 77, दाहोद में 76, जूनागढ़ में 65, पाटन में 64, साबरकांठा-जामनगर में 56-56 और गीर-सोमनाथ में 50 बलात्कार का मामला सामने आया है.

बलात्कारियों को पकड़ने में पुलिस निष्क्रिय

सदन में पेश गुजरात सरकार के आंकड़ों पर गौर करें तो विजय रूपाणी के राज में पिछले 2 वर्षों में 2, 723 बलात्कार की घटनाएं सामने आई हैं. यानी हर दिन राज्य में 3-4 बलात्कार और सामूहिक बलात्कार की खबरें आती हैं. ऐसे जघन्य अपराध में शामिल कई आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. कुछ जगहों पर बलात्कार की शिकायत दर्ज करवाई गई है लेकिन बलात्कारी पकड़े नहीं जाते. लेकिन गुजरात के कई इलाकों में शर्म और समाज में बेइज्जती की वजह से शिकायत दर्ज नहीं करवाई जाती है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावा करने वाली गुजरात सरकार कब राज्य में होने वाली बलाक्तारी की घटनाओं पर काबू पाने में कामयाब होती है.

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