दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस का असर शेयर बाजार पर व्यापक रूप से पड़ा है. विश्व स्तर पर शेयर बाजारों में गिरावट का दौर जारी है. हालांकि शुक्रवार को दोपहर के बाद भारतीय शेयर बाजारों में सुधार देखने को मिला. हालांकि इससे पहले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी 10 फीसदी से अधिक लुढ़क गए और इस वजह से 45 मिनट के लिए ट्रेडिंग रोकनी पड़ी.
हालांकि बाजार बंद होने के बाद सुबह 10.20 बजे एक बार फिर शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू हुई. इसके बाद से सेंसेक्स और निफ्टी में जबरदस्त उतार-चढ़ाव दिखा. दोपहर बाद सेंसेक्स 1500 अंक तक मजबूत हो गया तो वहीं निफ्टी में भी करीब 400 अंकों की तेजी रही. दोपहर के सत्र में सेंसेक्स दिन के निचले स्तर से 5000 अंक से अधिक ऊपर आ चुका है. यह सेंसेक्स के इतिहास की सबसे बड़ी रिकवरी है.
सेंसेक्स में रिकॉर्ड सुधार
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1325 अंक यानी 4.04 फीसदी की बढ़त के साथ 34,103.48 अंक पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी 365.05 (3.81%) अंक की बढ़त के साथ 9,955.20 अंक पर बंद हुआ. इस दौरान सबसे अधिक बढ़त एसबीआई के शेयर में दर्ज की गई. इसके शेयर करीब 14 फीसदी बढ़त के बाद बंद हुए.
दोबारा खुलने के बाद बाजार संभला
इससे पहले सुबह 10.05 बजे दोबारा खुलने में करीब 3300 अंक की फिसलन के बाद सेंसेक्स निचले स्तर से रिकवर होता दिखा. इसी तरह निफ्टी भी निचले स्तर से रिकवर होता दिखा. सुबह 10.30 बजे सेंसेक्स 1300 अंक लुढ़क कर 31 हजार 400 अंक के नीचे था. वहीं निफ्टी की बात करें तो 500 अंक की गिरावट के साथ 9 हजार 230 अंक पर था.
सेबी हर तरह की कार्रवाई के लिए तैयार
उधर शेयर बाजार की गिरावट पर सरकार की ओर से पहली बार बयान आया है. मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने कहा कि कोरोनो वायरस के अलावा वैश्विक कारकों के कारण बाजार में प्रतिक्रिया हो रही है. वहीं बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने शुक्रवार को कहा कि शेयर बाजारों में भारी उथल-पुथल से निपटने के लिए ‘वह किसी भी तरह की अनिवार्य कार्रवाई’ करने के लिए तैयार है.
45 मिनट के लिए रोकी गई थी ट्रेडिंग
सुबह 9.15 बजे शेयर बाजार खुलने के कुछ देर बाद 45 मिनट के लिए ट्रेडिंग रोक दी गई थी. बीते 12 साल में पहली बार है जब शेयर बाजार में ट्रेडिंग रोकी गई है. इससे पहले मई 2008 में भी शेयर बाजार कुछ देर के लिए बंद कर दिया गया था. स्टॉक एक्सचेंज के नियमों के मुताबिक 1 बजे से पहले शेयर बाजार में फिर से 15 फीसदी तक की गिरावट आई तो 1.45 घंटे तक ट्रेडिंग रोक दी जाएगी. स्टॉक एक्सेंज की भाषा में अब 15 फीसदी का लोअर सर्किट होगा. शेयर बाजार में 10 फीसदी या उससे अधिक की गिरावट आती है, तो उसमें लोअर सर्किट लग जाता है और ट्रेडिंग कुछ देर के लिए रोक दी जाती है.