Gujarat Exclusive > हमारी जरूरतें > यस बैंक के ग्राहकों को मिलेगी राहत, 18 मार्च को खत्‍म होगी कैश निकालने की पाबंदी

यस बैंक के ग्राहकों को मिलेगी राहत, 18 मार्च को खत्‍म होगी कैश निकालने की पाबंदी

0
349

यस बैंक को संकट से उबारने की रणनीति तैयार कर ली गई है. बैंक पर रिजर्व बैंक की ओर से लगाई गई कैश निकालने की पाबंदी 18 मार्च को हट जाएगी. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) सहित पांच बैंक और अन्य निवेशक इसे उबारने में अहम भूमिका निभाएंगे. सरकार ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक प्रशांत कुमार की अगुआई वाला निदेशक मंडल इस महीने के अंत तक पदभार संभाल लेगा.

मालूम हो कि आरबीआई ने पांच मार्च को यस बैंक पर रोक लगा दी थी. बैंक के जमाकर्ताओं के लिए तीन अप्रैल तक निकासी की अधिकतम सीमा 50,000 रुपये तय की गई थी. रिजर्व बैंक ने संकटग्रस्त निजी क्षेत्र के बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था और प्रशांत कुमार को बैंक का प्रशासक नियुक्त किया था.

सरकार ने शुक्रवार को देर शाम यस बैंक पुनर्गठन योजना 2020 को अधिसूचित किया था. अधिसूचना में बताया गया कि यस बैंक पुनर्गठन योजना 13 मार्च, 2020 से प्रभावी होगी. योजना के तहत एसबीआई तीन साल तक यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी को 26 प्रतिशत से कम नहीं कर सकेगा. वहीं अन्य निवेशक और मौजूदा शेयरधारकों को यस बैंक में अपने 75 प्रतिशत निवेश को तीन साल तक कायम रखना होगा. हालांकि, 100 से कम शेयरधारकों के लिए इस तरह की कोई रोक या लॉक इन की अवधि नहीं होगी.

मालूम हो कि आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी लि., एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और बंधन बैंक भी एसबीआई की अगुआई वाले गठजोड़ में शामिल होंगे और यस बैंक में निवेश करेंगे. माना जा रहा है कि इससे यस बैंक पर छाए संकट के बादल थोड़े कम हुए हैं. ऐसे में अब कैश निकालने की पाबंदी हटने से यस बैंक के जमकर्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद है.

इस बीच सीबीआई ने यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर, उनकी पत्नी बिंदु कपूर और अवंता रियल्टी प्रमोटर गौतम थापर के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया है. सीबीआई ताजा मामले के सिलसिले में दिल्‍ली और मुंबई में कई स्थानों पर तलाशी ले रही है. राणा कपूर 16 मार्च तक एक अन्‍य जांच एजेंसी ईडी की हिरासत में हैं.

https://archivehindi.gujaratexclsive.in/big-shock-to-sbi-customers-savings-account-interest-rates-cut/