भारत के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए नामांकित करने के बाद यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. प्रमुख विपक्षी दलों ने गोगोई के नामांकन की आलोचना करते हुए केंद्र सरकार को निशाने पर साधा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को पूर्व CJI का नाम राज्यसभा के लिए मनोनीत किया. इसी बीच गोगोई ने मंगलवार को अपने नामांकन के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. उन्होंने बस इतना कि कहा, “मैं शायद कल दिल्ली जाऊंगा. पहले मुझे शपथ लेने दीजिए, फिर मैं विस्तार से मीडिया से बात करूंगा कि मैं क्यों राज्यसभा जा रहा हूं.”
देश के 46वें CJI रहे गोगोई को राज्यसभा भेजे जाने का विरोध हो रहा है. कांग्रेस के कई नेताओं ने इसपर ट्वीट किए और राष्ट्रपति के फैसले पर सवाल उठाए. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट कर लोगों को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और दिवंगत नेता अरुण जेटली के एक पुराने बयान की याद दिलाई जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘पोस्ट रिटायरमेंट जॉब के चक्कर में न्यायपालिका की स्वतंत्रता प्रभावित हो रही है.’
Instructive to recall the views of former Law Minister @arunjaitley & former BJP President @nitin_gadkari on the issue of post-retirement appointments for judges: https://t.co/H2pIwWD63l
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 16, 2020
वहीं बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने लिखा, ‘मुझे उम्मीद है कि पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई राज्यसभा सीट की पेशकश को ठुकरा देंगे अन्यथा वह न्यायपालिका की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाएंगे.’
I hope ex-cji Ranjan Gogoi would have the good sense to say ‘NO’ to the offer of Rajya Sabha seat to him. Otherwise he will cause incalculable damage to the reputation of the judiciary.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) March 16, 2020
मालूम हो कि रंजन गोगोई ने 3 अक्टूबर 2018 से लेकर 17 नवंबर 2019 तक देश के चीफ जस्टिस की जिम्मेदारी संभाली. करीब साढ़े 13 महीने के अपने कार्यकाल में गोगोई कई बार विवादों में घिरे. वह उन चार जजों में एक रहे जिन्होंने रोस्टर विवाद को लेकर ऐतिहासिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसके अलावा, उनपर यौन उत्पीड़न के भी आरोप लगे. 18 नवंबर, 1954 को जन्मे गोगोई के पिता केशव चंद्र गोगोई असम के मुख्यमंत्री थे.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/madhya-pradesh-congress-filed-a-petition-in-the-supreme-court-accusing-bjp-of-kidnapping-mlas/