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तालाबंदी के फैसला पर पी चिदंबरम का तंज, लॉकडाउन को बताया बिना तैयारी का एक संकटपूर्ण उदाहरण

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कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन के दौरान मजदूरों एवं गरीबों के अपने घरों के लिए पैदल निकलने को लेकर पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. पी चिदंबरम ने लॉकडउन को लेकर कहा कि सरकार ने बिना किसी तैयारी के यह फैसला लिया. पी चिदंबरम ने पूछा है कि आखिर लॉकडाउन में अपने घरों की ओर लौट रहे प्रवासी मजदूरों को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें क्या कर रही हैं?

पी चिदंबरन ने शुक्रवार को ट्ववीट किया, ‘केंद्र और राज्य सरकारें उन प्रवासी श्रमिकों के बारे में क्या कर रही हैं, जिन्हें शहरों और कस्बों को छोड़ने की अनुमति दी गई थी और जो अपने गांवों में वापस जाने का रास्ता तलाश रहे हैं?’

वहीं एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, भीड़-भाड़ वाली बसों या पैदल गांवों में वापस जाने से लॉकडाउन में काफी गिरावट आई है. यह सरकारों की बिना तैयारी का एक और संकटपूर्ण उदाहरण है.

भारत में अब तक कुल 873 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिसमें से 775 व्यक्ति अभी भी कोविड-19 से ग्रस्त हैं. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी. देश में कोरोना वायरस महामारी के चलते 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें केरल में एक मौत का मामला भी शामिल है. इसके अलावा, उपचार के बाद 78 व्यक्ति पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गए हैं. देश के 27 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से कोविड़-19 संक्रमण से जुड़े मामले सामने आए हैं. कुल 103 जिले घातक वायरस से प्रभावित हुए हैं.