दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के चीफ मौलाना मोहम्मद साद को क्राइम ब्रांच ने नोटिस भेजा है. क्राइम ब्रांच की टीम ने मरकज से जुड़े 26 सवालों के जवाब मांगे हैं. इस बीच मौलाना मोहम्मद साद की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है. एक दिन पहले ही मौलाना साद ने अपना ऑडियो जारी किया था, जिसमें बताया था कि वह डॉक्टरों की सलाह पर खुद को आइसोलेशन में रखा है.
क्राइम ब्रांच की ओर से भेजे गए नोटिस में संगठन का पूरा पता और रजिस्ट्रेशन से जुड़ी जानकारियां, संगठन से जुड़े कर्मचारियों की पूरी डिटेल, जिसमें घर का पता और मोबाइल नंबर भी शामिल हो, मरकज के मैनेजमेंट से जुड़े लोगों की डिटेल मांगी गई है. साथ ही पूछा गया कि ये लोग कब से मरकज से जुड़े हैं.
इसके साथ ही मरकज की पिछले 3 साल की इनकम टैक्स की डिटेल, पैन कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट की डिटेल और एक साल की बैंक स्टेटमेंट की डिटेल मांगी गई है. 1 जनवरी 2019 से अब तक मरकज में हुई सभी धार्मिक आयोजन की जानकारी भी मांगी गई है. पूछा गया है कि क्या मरकज के अंदर सीसीटीवी लगा है. अगर लगा है तो कहां-कहां.
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने मौलाना साद से पूछा कि धार्मिक आयोजनों में लोगों की भीड़ जुटने से पहले क्या कोई इजाजत कभी पुलिस से या प्रशासन से मांगी गई या कभी मिली तो उसकी जानकारी और दस्तावेज मुहैया कराएं. 12 मार्च के बाद मरकज में आये सभी लोगों की पूरी जानकरी दें, जिसमे विदेशी और भारतीय शामिल हैं.
क्राइम ब्रांच ने पूछा कि 12 मार्च 2020 के बाद मरकज में कौन-कौन आए थे और कितने लोग थे, जो बीमार थे और जिनको हॉस्पिटल ले जाया गया, उनकी पूरी जानकारी दीजिए. मरकज के कोरोना कनेक्शन की पूरी जांच क्राइम ब्रांच ही कर रही है. इस मामले में मौलाना साद समेत सात लोगों पर एफआईआर दर्ज है. फिलहाल, मौलाना साद का पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा है.
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