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7 लाख टन दाल आयात करने का नया कोटा केंद्र ने किया तय, किसानों के लिए संकट की घड़ी

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कोरोना संकट ने पहले ही किसानों की हालत खस्ता कर रखी है और अब केंद्र के एक फैसले से उनकी परेशानियां बढ़ती दिखाई दे रही हैं. केंद्र द्वारा तय किए गए नए कोटे के तहत विदेशों से मटर और तूअर दाल की ख़रीदी की जानी है. इसके चलते घरेलू दालों के दाम गिर सकते हैं और देश के किसानों को इसका ख़ामियाजा भुगतना पड़ सकता है. इससे किसानों के लिए मुश्किल की स्थिति पैदा हो गई है.

केंद्र सरकार ने विदेशों से सात लाख टन दाल खरीदने के लिए एक नई अधिसूचना जारी की है. इससे पहले मध्य मार्च में चार लाख टन दाल आयात करने लिए एक नोटिफिकेशन जारी किया गया था. इसके चलते घरेलू दालों के दाम गिर सकते हैं और देश के किसानों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.

पिछले महीने 28 मार्च 2020 को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक केंद्र ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 1.5 लाख मिट्रिक टन मटर और चार लाख मिट्रिक टन तूअर दाल आयात करने के लिए कोटा निर्धारित किया है. इससे पहले 17 मार्च को केंद्र ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान चार लाख टन उड़द खरीदने का कोटा निर्धारित किया था. सरकार प्राइवेट ट्रेडर के जरिए नए कोटे के दायरे में इन दालों का आयात करवाएगी.

डाउन टू अर्थ की खबर के मुताबिक, भारत इस वित्त वर्ष में करीब 30 लाख टन दाल का आयात कर सकता है. ऐसा करना देश के किसानों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि इससे दाम गिरने की संभावना है. देश में दालों के बंपर उत्पादन होने के बावजूद भारत सरकार द्वारा विदेशों से दाल खरीदने की नीति जारी है. विडम्बना है कि भारत दुनिया में सबसे बड़ा दाल उत्पादक देश होने के बावजूद सबसे ज्यादा दाल का आयात करता है.

वाणिज्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल अक्टूबर, 2019 तक में भारत सरकार ने 18.7 लाख टन दाल बाहर से खरीदा था. वहीं वित्त वर्ष 2018-19 में 25.3 लाख टन, 2017-18 में 56.1 लाख टन और 2016-17 में 66.1 लाख टन दाल आयात किया गया था.

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