समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चीन से आयात किए गए कोरोना वायरस रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट को लेकर सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने बुधवार को कहा कि चीन से आयातित रैपिड टेस्ट किट को बिना गुणवत्ता की जांच किए प्रयोग में लाना जनता के साथ धोखा है.
उन्होंने इसे सरकार की बड़ी लापरवाही बताते हुए ट्वीट किया कि अब टेस्ट स्थगित करनेवाली आईसीएमआर को इस विषय पर पहले ही चेतावनी देनी चाहिए थी. इतनी बड़ी लापरवाही पर सरकार तुरंत स्पष्टीकरण देकर बताए कि पहले जो जांच हुई है, उनके परिणाम कितने सटीक थे.
चीन से आयातित रैपिड टेस्ट किट को बिना गुणवत्ता की जाँच किए प्रयोग में लाना जनता के साथ धोखा है. अब टेस्ट स्थगित करनेवाली ICMR को इस विषय पर पहले ही चेतावनी देनी चाहिए थी. इतनी बड़ी लापरवाही पर सरकार तुरंत स्पष्टीकरण देकर बताए कि पहले जो जाँच हुई हैं, उनके परिणाम कितने सटीक थे.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 22, 2020
आईसीएमआर ने टेस्ट किट पर लगाई है रोक
मालूम हो कि हॉटस्पॉट में एक साथ बड़ी संख्या में लोगों के रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट का फैसला लिया गया था. लेकिन कुछ जगहों पर रैपिड टेस्टिंग किट में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद आईसीएमआर के निर्देश पर इसकी जांच दो दिनों के लिए रोक दी गई है.
रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट से नोएडा के हाटस्पॉट में 100 संदिग्ध लोगों की जांच की गई थी और सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी. वहीं राजस्थान के कोटा से यूपी लौटे इंजीनियरिंग व मेडिकल की तैयारी कर रहे करीब साढ़े सात हजार विद्यार्थियों की भी स्क्रीनिंग भी इसी से की जा रही है.
अभी तक जितने भी टेस्ट हुए हैं उनमें ज्यादातर की रिपोर्ट निगेटिव आई है. सिर्फ गाजीपुर में एक विद्यार्थी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जब इसे पुख्ता करने के लिए दोबारा पेरिमिरेज चेन रिएक्शन (पीसीआर) टेस्ट हुआ तो रिपोर्ट निगेटिव आई। इसलिए रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट की विश्वसनीयता पर.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/coronary-report-of-lg-hospital-doctors-in-ahmedabad-positive-opd-closed/