देश भर में लागू लॉकडाउन के बीच अलग-अलग हिस्सों में प्रवासी मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों और तीर्थ यात्रियों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने के लिए चलाई गई श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के संचालन पर भारतीय रेल ने दिशानिर्देश जारी किया है. रेलवे की ओर से जारी गाइडलाइन्स में यात्रियों से टिकट की कीमत वसूल करने से जुड़े निर्देश भी दिये गये हैं.
19 सूत्रीय दिशानिर्देश के 11वें प्वाइंट में रेलवे ने कहा है कि ‘रेलवे द्वारा गंतव्य के लिए प्रिंट किये गये टिकट राज्यों द्वारा दी गई संख्या के आधार पर किये गये हैं जो ट्रेन की क्षमता यानी 1200 (90%) यात्री हैं. राज्य प्रशासन यात्रियों को रेलवे का टिकट सौंपेगा और उनसे किराया लेकर कुल राशि रेलवे में जमा कराएगा.
इस निर्देश में रेलवे ने फिर स्पष्ट किया कि इन ट्रेनों में लॉकडाउन के कारण फंसे उन्हीं लोगों को ले जाया जा रहा है जिन्हें राज्य सरकारों ने अधिकृत किया है. रेलवे ने कहा, ‘रेलवे सिर्फ राज्य सरकारों द्वारा लाए गए यात्रियों को स्वीकार कर रहा है. किसी अन्य समूह या व्यक्ति को स्टेशन नहीं आना है. कुछ ही ट्रेनों का संचालन राज्य सरकारों के अनुरोध पर हो रहा है और अन्य सभी यात्री गाड़ियां और उपनगरीय रेल सेवाएं बंद हैं.’
Guidelines to operate ‘Shramik Trains’-Railways to print train tickets to specified destination as per no. of passengers indicated by originating state.Local state govt authority to handover tickets to passengers&collect ticket fare&handover total amount to Railways: Railways Min pic.twitter.com/JAAsZW9YEr
— ANI (@ANI) May 3, 2020
रेलवे ने की थी यह अपील
इससे पहले रेल मंत्रालय ने बताया था कि लोगों की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ समन्वय के लिए नोडल अधिकारी बनाए हैं. इसके अलावा रेल मंत्रालय ने टिकटों की बिक्री; रेलवे स्टेशनों एवं रेल प्लेटफॉर्मों पर तथा ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने और अन्य सुरक्षा उपायों पर अमल के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी किया. इसके बाद लोग स्टेशनों पर पहुंचने लगे. इस बाबत रेलवे ने एक अपील जारी की है.
पश्चिम रेलवे की ओर से किये गये एक ट्वीट में कहा गया है कि सभी लोग स्टेशन ना आए. सिर्फ वही लोग आएं जो लोग रजिस्टर्ड है और जिन्हें उनके राज्य सरकार से अनुमति मिली है. पश्चिम रेलवे की ओर से किये गये ट्वीट में कहा गया है कि ‘कृपया ध्यान दें विशेष ट्रेनें राज्य सरकारों द्वारा रजिस्टर्ड तथा नामित व्यक्तियों के लिए ही प्लान की जा रही हैं. कोई भी व्यक्ति किसी भी कारण से रेलवे स्टेशनों पर नहीं आए. किसी को भी व्यक्तिगत रूप से रेल टिकट नहीं दिए जाएंगे और ना ही कोई व्यक्तिगत अनुरोध स्वीकार किया जाएगा.
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