एक तरफ लोग लॉकडाउन में जरूरत की रोजमर्रा की चीजों के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं, तो वहीं वाराणसी के किसानों को विरोध में अपनी लाखों रूपयों की सब्जियों को बीच सड़क फेंकना पड़ा. किसानों की नाराजगी मंडी के खुलने के समय में किए गए बदलाव को लेकर थी. किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी भी की.
दरअसल, समय-समय पर लॉकडाउन में लोगों को राहत देने के लिए स्थानीय प्रशासन परिस्थियों के मुताबिक छूट भी दे रहा है, लेकिन 10 तारीख से बाजारों और बड़ी मंडियों के खुलने के समय में बदलाव वाराणसी के लमही स्थित सब्जी मंडी आने वाले किसानों को रास नहीं आया. इसका विरोध उन्होंने बीच सड़क अपनी लाखों रूपयों की सब्जी को फेंककर जताया.
सब्जी मंडी को नए समय के मुताबिक, सुबह 8 बजे खुलना था, लेकिन किसान 7 बजे ही मंडी पहुच गए. इसको लेकर पुलिस मंडी के पदाधिकारियों से पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई. इसके विरोध में किसान बिफर पड़े और बेचने के लिए लाई सब्जियों को बीच सड़क ही फेंककर नारेबाजी करने लगे.
व्यापारियों का कहना है कि होलसेल सब्जी मंडी में किसानों को पहले तड़के 3 से 6 बजे तक की छूट थी. फिर सब्जी फुटकर मार्केट में चली जाती थी, लेकिन अब वक्त सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक का कर दिया गया, इस नए समय से किसानों को काफी दिक्कत तो आ ही रही है और तो और सब्जी भी खराब हो रही है.
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