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बिहार लौट रहे प्रवासी मजदूरों की संख्या से नीतीश सरकार चिंतित, आइसोलेशन सेंटर बढ़ाने में जुटी

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देश में जारी कोरोना संकट के कारण लॉकडाउन की स्थिति है. इस बीच दूसरे प्रदेशों में गए प्रवासी मजदूरों के लौटने का सिलसिला जारी है. लौट रहे प्रवासी मजदूरों की संख्या को देखते हुए बिहार सरकार अब आइसोलेशन सेंटर की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रही है. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बड़ी संख्या में बिहार लौट रहे प्रवासी श्रमिकों को देखते हुए राज्य सरकार ने आइसोलेशन सेंटर की सुविधा बढ़ाने की योजना बनाई गई है, जिससे कोरोना के गंभीर मरीजों को अलग रखकर उन्हें चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें.

स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव और राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि प्रवासी बिहारियों की बड़ी संख्या में आगमन को देखते हुए आइसोलेशन केंद्रों की संख्या बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. इसके तहत जिला के साथ अनुमंडल स्तर पर आइसोलशन की व्यवस्था करने की योजना है.

मालूम हो कि राज्य में प्रवासी मजदूरों के लौटने के बीच कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है. अब तक बिहार में कोरोना के 747 मामले सामने आ चुके हैं जबकि अब तक छह लोगों ने अपनी जान भी गंवाई है. ऐसे में दूसरे राज्यों से आ रहे मजदूरों को देखकर बिहार सरकार को आशंका है कि संक्रमितों की संख्या बढ सकती है.

आपदा प्रबंधन विभाग के सूत्रों के मुताबिक, एक मई से लेकर अब तक 1.30 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर वापस आए हैं. संभावना जताई गई है कि तीन से चार दिनों में और 85 हजार से अधिक प्रवासी मजदूर बिहार पहुंचेंगे.