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भूख और प्यास से जारी लड़ाई के बीच पैदल चलता रहा प्रवासी मजदूर, लेकिन लू ने छीन ली जिंदगी

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कोरोना वायरस संक्रमण को काबू करने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण हैदराबाद से अपने गृह राज्य ओडिशा पैदल जा रहे एक प्रवासी मजदूर की 300 किलोमीटर चलने के बाद भद्राचलम में लू लगने से मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि प्रवासी मजदूरों का समूह ओडिशा के मलकानगिरी जाने के लिए रविवार को हैदराबाद से पैदल निकला था. जब ये लोगमंगलवार को भद्राचलम पहुंचे तो एक प्रवासी मजदूर के सीने में दर्द हुआ और उसने उलटी की, उसके बाद वह बेहोश होकर सड़क पर गिर पड़ा.

उसके मित्रों ने पुलिस को इस बारे में सूचित किया, जिसने उसे भद्राचलम के अस्पताल में भर्ती कराया. अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया. अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि व्यक्ति की मौत संभवत: लू लगने से हुई, क्योंकि उसकी त्वचा और मुंह सूखा हुआ था. उन्होंने व्यक्ति के मित्रों के हवाले से बताया कि उनमें से किसी भी व्यक्ति ने सोमवार दोपहर के बाद से कुछ भी नहीं खाया था.

अधिकारियों ने व्यक्ति के परिजन को उसकी मौत की सूचना दी और शव को मलकानगिरी ले जाने के लिए एक वाहन का प्रबंध किया. हैदराबाद और भद्राचलम के बीच सड़क से दूरी 310 किलोमीटर है.

गौरतलब हो कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. वे मार्च से ही बड़े शहरों को छोड़कर अपने गांवों की ओर वापस जा रहे हैं. इनमें से कई लोग सैकड़ों किमी चलकर अपने घरों को पहुंचे. इनमें से कई लोग अपने घरों तक पहुंचने से पहले ही दुर्घटना या थकान से मौत का शिकार भी बन गए.

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