कोरोना वायरस के इस संक्रमण काल मे जहां एक तरफ मजदूर संकट मे हैं, वहीं भारतीय रेल की लापरवाही से मजदूरों पर दोहरी मार पड़ रही है. लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए सरकार श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है. लेकिन रेलवे की बदइंतजामी के कारण सरकार के मंसूबे पर पानी फिर रहा है.
ताज़ा मामला चंदौली से है. यहां 12 घंटे मे दूसरी बार श्रमिकों ने ट्रेन रोक कर जमकर हंगामा किया है. विशाखापट्टनम से बिहार जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने खाने-पीने और लेटलतीफी को लेकर जमकर हंगामा किया और रेल ट्रैक जाम कर दिया. इस विरोध के चलते डीडीयू-वाराणसी-लखनऊ और दिल्ली हावड़ा रेल रूट बाधित हो गया, जिसकी वजह से स्पेशल ट्रेन राजधानी समेत आधा दर्जन श्रमिक ट्रेन जहां तहां फंस गईं.
दरअसल लॉकडाउन में श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन विशाखापट्टनम से बिहार जा रही थी. लेकिन 72 घंटे बाद भी ट्रेन मंजिल तक नहीं पहुंच सकी. इस दौरान यात्रा कर रहे लोग भूख और प्यास से बिलबिला उठे. यात्रियों का आरोप है कि ट्रेन को बेवजह जहां-तहां रोक दिया जा रहा है. डीडीयू जंक्शन पर भी ट्रेन रात 11 बजे से खड़ी है. लेकिन न कोई पूछने वाला है और न ही बताने वाला. जिससे नाराज होकर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया और जमकर हंगामा किया. इस दौरान रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने डीडीयू जंक्शन के आउटर पर रेल ट्रैक जाम कर दिया. इस दौरान 3 श्रमिक स्पेशल ट्रेन, एक स्पेशल राजधानी समेत आधा दर्जन ट्रेनें जहां-तहां खड़ी हो गईं. हंगामे की सूचना पर जीआरपी और आरपीएफ की टीम मौके पहुंची. लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया. जिसके ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/when-shahi-imam-of-delhi-jama-masjid-wept-mosques-closed-due-to-corona/