बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने देश में घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों की समस्या को लेकर कांग्रेस पर हमला किया है. मायावती के अनुसार इस दुर्दशा की असली कसूरवार कांग्रेस है. इतने लंबे शासनकाल में पलायन रोकने के लिए उसने कुछ नहीं किया. मायावती ने वर्तमान केंद्र और राज्य सरकारों को कांग्रेस के पदचिन्हों पर न चलकर पलायन रोकने की सलाह दी है.
मायावती ने ट्वीट किया है, “आज पूरे देश में कोरोना लॉकडाउन के कारण करोड़ों प्रवासी श्रमिकों की जो दुर्दशा दिख रही है, उसकी असली कसूरवार कांग्रेस है क्योंकि आजादी के बाद इनके लम्बे शासनकाल के दौरान अगर रोजी-रोटी की सही व्यवस्था गांव/ शहरों में की होती तो इन्हें दूसरे राज्यों में क्यों पलायन करना पड़ता?”
कितने लोगों की वास्तविक मदद की?
उन्होंने लिखा है, “वैसे ही वर्तमान में कांग्रेसी नेता द्वारा लॉकडाउन त्रासदी के शिकार कुछ श्रमिकों के दुःख-दर्द बांटने सम्बंधी जो वीडियो दिखाया जा रहा है वह हमदर्दी वाला कम व नाटक ज्यादा लगता है. कांग्रेस अगर यह बताती कि उसने उनसे मिलते समय कितने लोगों की वास्तविक मदद की है तो यह बेहतर होता.”
1. आज पूरे देश में कोरोना लाॅकडाउन के कारण करोड़ों प्रवासी श्रमिकों की जो दुर्दशा दिख रही है उसकी असली कसूरवार कांग्रेस है क्योंकि आजादी के बाद इनके लम्बे शासनकाल के दौरान अगर रोजी-रोटी की सही व्यवस्था गाँव/शहरों में की होती तो इन्हें दूसरे राज्यों में क्यों पलायन करना पड़ता? 1/4
— Mayawati (@Mayawati) May 23, 2020
बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकारों को दिया सुझाव
तीसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा है, ‘साथ ही, बीजेपी की केन्द्र व राज्य सरकारें कांग्रेस के पदचिन्हों पर न चलकर, इन बेहाल घर वापसी कर रहे मजदूरों को उनके गांवों/शहरों में ही रोजी-रोटी की सही व्यवस्था करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की नीति पर यदि अमल करती हैं तो फिर आगे ऐसी दुर्दशा इन्हें शायद कभी नहीं झेलनी पड़ेगी”
बीएसपी कार्यकर्ताओं से की अपील
आखिरी ट्वीट में बीएसपी सुप्रीमो ने लिखा है, “बीएसपी के लोगों से भी पुनः अपील है कि जिन प्रवासी मजदूरों को उनके घर लौटने पर उन्हें गांवों से दूर अलग-थलग रखा गया है तथा उन्हें उचित सरकारी मदद नहीं मिल रही है तो ऐसे लोगों को भी अपना मानकर उनकी भरसक मानवीय मदद करने का प्रयास करें. मजलूम ही मजलूम की सही मदद कर सकता है.”