कोरोना वायरस के कारण दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन है. भारत में भी दो महीने से ज्यादा वक्त से लॉकडाउन है जिसके कारण कई भारतीय विदेशों में फंसे हुए हैं. इस बीच रविवार को नौसेना का आईएनएस जलाश्व समुद्र सेतु मिशन के दूसरे चरण के तहत श्रीलंका के कोलंबो बंदरगाह पहुंचा. यह सोमवार देर शाम वहां रवाना होगा और 700 भारतीयों को लेकर तमिलनाडु के तूतीकोरिन आएगा. इसके बाद यह एक बार फिर भारतीयों को लाने के लिए मालदीव रवाना होगा.
मालूम हो कि विदेशों में फंसे भारतीयों की वतन वापसी के लिए केंद्र सरकार समुद्र सेतु मिशन और वंदे भारत मिशन चला रही है. इस सिलसिले में समुंद्र सेतु मिशन जलाश्व अब तक विदेशों से 1286 लोगों को वापस ला चुका है.
फिलहाल आईएनएस जलाश्व कोलंबो पहुंच चुका है और कोलंबो में भारतीय दूतावास को जलाश्व से भारतीयों की वापसी से जुड़े काम पूरा करवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसमें श्रीलंका की नौसेना और स्थानीय अधिकारी भी मदद करेंगे. जलाश्व इससे पहले भी मालदीव की राजधानी माले से दो बार भारतीयों को लेकर वापस लौटा था.
मालूम हो कि अब तक कुल 1488 लोग नौसेना के मगर और जलाश्व से वापस लौटे हैं. माले से 698 भारतीयों को लेकर आईएनएस जलाश्व पहली बार 10 मई को कोच्चि पहुंचा था. यह 595 पुरुष और 103 महिलाओं को लेकर लौटा था. इनमें 19 गर्भवती महिलाएं भी शामिल थीं. इसके बाद 11 मई को आईएनएस मगर मालदीव से 202 भारतीयों को लेकर कोच्चि पहुंचा. 17 मई को जलाश्व मालदीव से 588 भारतीयों को लेक कोच्चि बंदरगाह पहुंचा था.