स्वदेशी’ उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार (CAPF) से 1000 से ज्यादा विदेशी उत्पादों को बिक्री बंद कर दी गई लेकिन जल्द ही इस फैसले को बदल दिया गया. दरअसल देशभर की पैरामिलिट्री कैंटीन से 1000 से अधिक उत्पादों की बैन करने संबंधी सरकारी आदेश सोमवार को वापस ले लिया गया क्योंकि इस सूची के ज्यादातर आइटम भारतीय पाए गए.
पिछले महीने सरकार द्वारा घोषणा के बाद आयातित उत्पादों को यह कहते हुए लिस्ट से बाहर कर दिया गया था कि घरेलू उद्योगों और ‘स्वदेशी’ को बढ़ावा देने के लिए एक जून से अर्धसैनिक कैंटीन केवल एक जून से स्वदेशी या भारतीय उत्पाद ही बेचेंगी.
गौरतलब है कि सरकार की ओर से फैसला किया गया था कि स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए अर्धसैनिक बलों की कैंटीन 1 जून से स्वदेशी या भारतीय उत्पाद बेचेंगे. अर्धसैनिक बलों की कैंटीन में उपलब्ध नहीं होने वाले उत्पादों/ब्रांडों में न्यूट्रीला, किंडर जॉय, डाबर, हॉर्लिक्स ओट्स, यूरेका फोर्ब्स, टॉमी हिलफिगर शर्ट और एडिडास बॉडी स्प्रे आदि शामिल थे.
मालूम हो कि पैरामिलिट्री कैंटीन की बिक्री सालाना करीब 2,800 करोड़ रुपये है. ये कैंटीन लगभग 10 लाख कर्मियों वाले बलों के 50 लाख परिजनों को विभिन्न सामान बेचती हैं. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मी आंतरिक सुरक्षा से लेकर सीमा रक्षा तक का दायित्व निभाते हैं.
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