कोरोना कहर को लेकर जारी तालाबंदी के प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा की हमने और आपने कई कहनियां देखी और सुनी होगी लेकिन कई मामलों में मानवता की अनोखी मिसाल भी इन दिनों देखने को मिली. चैन्नई के पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी में काम करने वाले उत्तर प्रदेश के सात कामगार घर लौटने को परेशान थे. कामगारों की परेशानी को समझते हुए विमान से उनकी वापसी की व्यवस्था की.
चैन्नई के पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी में काम करने वाले उत्तर प्रदेश के सात कामगार ने कहा कि उनके बॉस की वजह से इंडिगो के विमान से वाराणसी पहुंचे. वाराणसी विमान से उतरने के बाद मीडिया से बात करते हुए मजदूरों ने बताया कि ‘‘हमारे मालिक ने अपने परिवार की तरह हमारी देखभाल की. उन्होंने आटा, दाल और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई ताकि लॉकडाउन के दौरान हम अपना खाना खुद बना सकें. उन्होंने हमें वेतन भी दिया.’’
वहीं इस मामले को लेकर चैन्नई के पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी के बॉस जैन ने कहा, ‘‘कोई काम नहीं होने और कोरोना वायरस की वजह से उत्पन्न भय की वजह से वे अपने घर जाकर परिवार के साथ रहना चाहते थे. जब सरकार ने विमानन क्षेत्र को खोला तो मैंने उनके लिए विमान के टिकटों की बुकिंग की.’’ कामगारों ने भरोसा दिया कि स्थिति सुधरने पर वे वापस लौटेंगे.
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