देश में कोरोना वायरस के कारण स्कूल-कॉलेज सहित सभी शैक्षणिक संस्थानें बंद हैं. हालांकि अब अगले महीने से स्कूल-कॉलेजों को खेलने की रणनीति तैयार की जा रही है. ऐसे में खबर है कि स्कूलों की कक्षाएं मंदिरों में शुरू करा सकती है. खबरों के मुताबिक इस बारे में रणनीति बनाई जा रही है कि अगर स्कूल खुले तो उन्हें कैसे व्यवस्थित की जाए.
मालूम हो कि देश में जारी कोरोना संकट के बीच संक्रमण के संभावित मरीजों को क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. इसके लिए ज्यादातर सरकारी स्कूल-कॉलेजों को क्वारेंटाइन केंद्र या आइसोलेशन सेंटर में तब्दील कर दिया गया है. ऐसे में अगर स्कूल खुलते हैं तो या तो क्वारेंटाइन सेंटर को बंद करना पड़ेगा या फिर किसी अलग जगह क्वारेंटाइन सेंटर बनानी पड़ेगी जो मौजूदा हालातों में संभव नजर नहीं आ रहा.
ऐसे में स्कूलों के दोबारा खोलने पर कैसी व्यवस्था होगी इस बारे में विचार-विमर्श किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन खुलने के बाद सरकार मंदिरों और बड़ी जमीनों के मालिकों के परिसर में कक्षाएं शुरू करा सकती हैं. इसके लिए प्लान तैयार किया जा रहा है.
सरकार दोबारा स्कूल खोलने पर विचार तो कर रही लेकिन मगर ज्यादातर अभिभावक स्कूलों में अपने बच्चों को भेजना नहीं चाहते हैं क्योंकि स्कूलों में कोरोना संभावित को रखने के बाद उन्हें अपने बच्चों में संक्रमण का डर लग रहा है. यही वजह है कि मंदिर, धर्मशाला, पंचायत भवन या धनी भू-मालिकों के भवनों में विकल्प के रूप में कक्षाएं लगाए जाने पर बातचीत चल रही है.
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