बिहार के सीतामढ़ी जिला के एक क्वारेंटाइन सेंटर में रहने वाले प्रवासी मजदूर उस वक्त घर जाने की मांग पर अड़ गए जब उन्हे पता चला कि उनके साथ सेंटर में रहने वाले कुछ प्रवासी मजदूरों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. घर जाने की मांग को लेकर प्रवासी मजदूरों ने हंगामा कर दिया और सुरसंड-पुपरी रोड को ब्लॉक कर दिया. मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों पर प्रवासी मजदूरों ने पथराव कर दिया जिसमें पांच से ज्यादा लोग घायल हो गए.
मिल रही जानकारी के अनुसार सीतामढ़ी जिला एक विद्यालय में संचालित क्वारेंटाइन सेंटर में रहने वाले चार लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने के बाद वहां रखे गए ये अन्य प्रवासी मजदूर घर जाने की जिद करने लगे. मामले की जानकरी अधिकारियों को लगी तो मौके पर पहुंचकर अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की लेकिन प्रवासी मज़दूरों हंगामा शुरू कर सुरसंड—पुपरी सड़क मार्ग को जाम कर दिया. उसके बाद पथराव कर दिया जिसमें सुरसंड प्रखंड विकास पदाधिकारी मोहम्मद यूनुस सलीम, अंचल अधिकारी संजय कुमार और सुरसंड थानाध्यक्ष एवं इंस्पेक्टर भोला कुमार सिंह घायल हो गए.
पुपरी अनुमंडल पुलिस अधिकारी संजय कुमार पांडेय ने बताया कि पथराव करने वाले प्रवासी मजदूरों की पहचान की जा रही है फिलहाल घायल अधिकारियों को इलाज के लिए स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. उल्लेखनीय है कि घर जाने की जिद पर अड़े प्रवासी मजदूरों की पृथकवास की अवधि अभी शेष थी, जिस कारण प्रशासन ने उन्हें रोकना चाहा था.