लद्दाख में भारत- चीन सीमा पर जारी गतिरोध को कम करने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर संवाद स्थापित करने के बाद जहां पिछले दिनों दोनो देश की सेना सीमा से कुछ पीछे हटे थे वहीं दूसरी तरफ चीनी मीडिया ने एक बार फिर मोदी सरकार को धमकी दी है. चीन की सरकारी मीडिया के अनुसार वह अपनी गुटनिरपेक्षता की नीति का पालन करे और अमेरिका से दूरी बनाये रखे.
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखते हुए चेताया कि अगर भारत चीन का विरोध करने के लिए अमेरिका के साथ गया तो चीन अपने हितों की रक्षा करने से हिचकेगा नहीं. फिर चाहे वे राजनीतिक हों या आर्थिक.
ग्लोबल टाइम्स ने चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग के हवाले से कहा कि चीन और भारत ने दोनों पक्षों के बीच बनी आम सहमति के बाद सीमा पर तनाव कम करने के लिए कदम उठाए हैं. चीनी अखबार ने कहा कि कुछ विश्लेषकों ने आधिकारिक बयान की प्रशंसा की है जो इस बात के स्पष्ट संकेत देता है कि दोनों देशों के बीच जारी गतिरोध कम हो रहा है.
चीनी समाचार पत्र ने अपने संपादकीय में लिखा, ‘कुछ हद सीमा पर तनाव कम होने से दोनों देशों के बीच भविष्य में आर्थिक और व्यापारिक आदान-प्रदान करने का मौका मिलेगा जो दोनों ही देशों के पक्षों के हित में है. यदि तनाव बना रहता या सबसे खराब स्थिति में संघर्ष में बदलता तो भारत-चीन संबंधों में आगे बढ़ने के लिए कुछ खास नहीं बचता.