कोरोना संकट की वजह से मौजूदा समय में कच्चा तेल एक बंद बोलत पानी के मुकाबले सस्ता है बावजूद इसके देश में पिछले कुछ दिनों से लगातार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते जा रहे हैं. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खत लिखकर कोरोना संकटकाल में तेल के दामों में लगातार वृद्धि करने के फैसले को असंवेदनशील करार दिया है.
पीएम मोदी को लिखे खत में उन्होंने कहा कि सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाकर 2,60,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व जुटाने का प्रयास कर रही है, लेकिन जब प्रधानमंत्री देश के लोगों के आत्मनिर्भर होने की उम्मीद करते हैं तो ऐसे संकट के समय लोगों पर वित्तीय बोझ डालना उचित नहीं है.
Congress’s Sonia Gandhi writes to the PM over hike in petrol-diesel prices. The letter states,”It’s duty& responsibility of govt to alleviate suffering, not put the people to still greater hardship…Govt doing nothing short of profiteering off its people when they are down&out”. pic.twitter.com/yMcH72gREl
— ANI (@ANI) June 16, 2020
इतना ही नहीं सोनिया गांधी ने कहा, ‘मौजूदा वक्त में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई के दौरान भारत आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से दो-चार हो रहा है. मुझे इस बात की पीड़ा है कि ऐसे मुश्किल वक्त में सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाने का असंवेदनशील फैसला लिया. जब करोड़ों लोगों की नौकरियां चली गई हैं. लोग जीने के लिए परेशानियों से जूझ रहे हैं. छोटे- मध्यम एवं बड़े कारोबार बंद हो रहे हैं और किसानों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे वक्त में तेल के दामों को बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं बनता.
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि पिछले कुछ दिनों के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में करीब नौ फीसदी की कमी आई, लेकिन सरकार मुश्किल के समय लोगों को इसका लाभ देने के लिए कुछ नहीं कर रही है. उन्होंने कहा, ‘मैं आपसे आग्रह करती हूं कि बढ़ोतरी को वापस लिया जाए और कच्चे तेल की कम कीमत का लाभ सीधे देश के नागरिकों को दिया जाए.
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