पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना का कोई भी जवान अब गंभीर रूप से घायल नहीं है और सबकी हालत स्थिर है. साथ ही सेना ने बताया है कि देश का कोई भी जवान चीन के कब्जे में नहीं है. सेना के अधिकारियों ने बताया, ‘हमारे सभी जवानों की हालत ठीक है और कोई भी सैनिक गंभीर नहीं है. लेह के अस्पताल में हमारे 18 जवान हैं और वह 15 दिन के भीतर ही ड्यूटी ज्वाइन कर लेंगे. इसके अलावा 56 जवान दूसरे अस्पतालों में हैं, जो मामूली तौर पर घायल हैं और वह एक हफ्ते भर के भीतर ही ड्यूटी पर लौट आएंगे.
मालूम हो कि सोमवार रात गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में एक कर्नल समेत 20 सैनिकों की जान चली गई थी. इससे पहले सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि कोई भी भारतीय सैनिक चीनी सेना की हिरासत में नहीं है. सेना सूत्रों ने यह भी बताया कि सैकड़ों सैनिकों के बीच कई घंटे तक चले संघर्ष में चीन के 45 सैनिक या तो मारे गए या गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
15-16 जून को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. इसमें 16 बिहार रेजीमेंट के कमांडिंग ऑफिसर गंभीर रूप से घायल हो गए. कमांडिंग ऑफिसर के साथ लोगों ने उन्हें वहां से बचाकर निकाला और इलाज के लिए बेस कैंप ले गए. वहां मौजूद भारतीय जवान चीनी सैनिकों का लगातार मुकाबला करते रहे. कुछ और भारतीय सैनिक अपने लोगों की सहायता के लिए घटना स्थल पर पहुंचे. चीनी सैनिक भी वहां पर बड़ी संख्या में जमा हो गए. दोनों तरफ जबरदस्त धक्का-मुक्की हुई जो आधी रात तक चलती रही.