प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम संदेसरा घोटाला मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से पूछताछ करने के लिए आज उनके घर पहुंची. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, तीन सदस्यों की एक टीम 23 मदर टेरेसा क्रीसेंट स्थित अहमद पटेल के घर पहुंची. टीम प्रीवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट (पीएमएलए) के तहत उनका बयान रिकॉर्ड करेंगे. मालूम हो कि गुजरात की फार्मा कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक पर चल रहे लोन घोटाला के मामले में ईडी ने मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज किया था. इसको लेकर संदेसरा ग्रुप के खिलाफ 5000 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच हो रही है.
इससे पहले ईडी ने दो बार पटेल को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उनका कहना था कि वह सीनियर सिटीजन हैं और कोविड-19 गाइडलाइन के कारण पूछताछ के लिए नहीं आ सकते हैं. इसके बाद एजेंसी ने अपनी एक टीम को पूछताछ के लिए उनके घर भेजा.
इस मामले में जांच एजेंसी ने अहमद पटेल के दामाद और बेटे के बाद खुद पटेल पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी की टीम ने पहले बेटे और दामाद से पूछताछ की है. केंद्रीय जांच एजेंसियां लोन घोटाला करने वाली गुजराती की फॉर्मा सेक्टर की कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक के संचालकों से अहमद पटेल के बेटे और दामाद के संबंधों की जांच कर रही हैं. अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल के बयान को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत ईडी ने दर्ज किया था. आरोप है कि बेटे फैसल और दामाद इरफान सिद्दीकी ने स्टर्लिंग बायोटेक घोटाले की धनराशि का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में किया था.
गुजरात में फॉर्मा क्षेत्र की इस कंपनी का संचालन वड़ोदरा का संदेसरा घराना करता है. आरोप है कि फॉर्मा कंपनी के प्रमोटर संदेसरा बंधुओं नितिन और चेतन तथा दीप्ति संदेसरा ने 14,500 करोड़ रुपये का बैंक लोन फ्रॉड किया जो देश छोड़कर भाग गए थे. सरकार उन्हें भगोड़ा घोषित कर चुकी है. कारोबार बढ़ाने की बात कहकर संदेसरा बंधुओं ने स्टर्लिंग बायोटेक के नाम पर 5383 करोड़ का लोन लिया था. यह लोन आंध्रा बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के समूह ने दिया था. मगर उन्होंने जानबूझकर इसे नहीं चुकाया. बैंकों की शिकायत पर आखिरकार सीबीआई ने अक्टूबर 2017 में फार्मा कंपनी के प्रमोटर नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था.
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