रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के कार्यकाल में फिलहाल 4 साल का वक्त बाकी हैं, लेकिन उन्होंने संविधान में संशोधन के जरिए अगले 2 कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ने का अपना रास्ता साफ कर लिया है. रूस में संविधान संशोधन को लेकर हुई वोटिंग में रूसी जनता ने भारी बहुमत से अपना समर्थन जाहिर किया. इस संशोधन के बाद पुतिन चुनाव जीतने की स्थिति में 2036 तक राष्ट्रपति रह सकेंगे.
हाल ही में रूस के राष्ट्रपति पुतिन को 2036 तक पद पर बने रहने का प्रावधान करने वाले संविधान संशोधन कानून पर जनता की राय मांगी गई थी. इस मतदान में जनता ने संशोधन को मंजूरी दी. कोरोना संकट और विरोध के बीच यह जनमत संग्रह सात दिनों तक चला और बुधवार को जाकर समाप्त हुआ.
संविधान संशोधन कानून के जरिए पुतिन का वर्तमान कार्यकाल समाप्त होने के बाद उन्हें छह-छह साल के दो अतिरिक्त कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद मिलेगा. कोरोना वायरस महामारी की वजह से मतदान प्रक्रिया काफी धीमी रही. चुनाव बूथ पर लोगों की भीड़ ज्यादा नहीं रही. इसलिए मतदान को पूरा होने में एक सप्ताह का वक्त लगा.
मालूम हो कि संविधान में किए गए संशोधनों के लिए जनता का विश्वास जीतने के लिए पुतिन ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया था. पुतिन ने कहा था कि हम उस देश के लिए मतदान कर रहे हैं, जिसके लिए हम काम करते हैं और जिसे हम अपने बच्चों और पोते-पोतियों को सौंपना चाहते हैं.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/rahul-gandhi-on-railways/