कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी सीमा से चीनी सैनिकों के पीछे हटने पर सवाल खड़ा किया है. अपने ट्वीटर अकाउंट पर उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर के एक बयान को साझा करते हुए तीन सवाल किया है.
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सैनिकों के पीछे हटने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि चीन के ‘de-escalation’ प्रक्रिया शुरू करने का क्या मतलब है? इतना ही नहीं उन्होंने पीएम मोदी के उस बयान पर जोर देते हुए कहा कि ‘जब कोई घुसा नहीं तो वापस कैसे जा रहे हैं?’
I’ve 3 queries:
1 By ANY chance does “de-escalation” mean “Let China do what it wants?”
2 According to @PMOIndia “na koi ghusa hai, na koi ghusa hua hai”, then why “de-escalation”?
3 Why’re we trusting China when it’s betrayed June 6 agreement, which also promised “de-esclation”? https://t.co/AgG4dFoDB0— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 6, 2020
इस मौके पर उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर के एक बयान को लेकर तीन सवाल भी किए
1. क्या ‘de-escalation’ का मतलब यह है कि ‘चीन जो चाहता है उसे करने दिया जाए?’
2. प्रधानमंत्री के मुताबिक, ‘न कोई घुसा है, न कोई घुसा हुआ है’ तो फिर डि-एस्केलेशन किस बात का?
3. हम चीन पर भरोसा क्यों कर रहे हैं, उसने तो डि-एस्केलेशन को लेकर 6 जून को भी सहमति जताई थी?
गौरतलब हो कि दावा किया जा रहा है कि चीनी सैनिक आपसी सहमति के बाद सीमा से 2 किलोमीटर पीछे हट गए हैं. जब से ये खबर सामने आई है राहुल गांधी और ओवैसी इस मामले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला कर चीन को लेकर केंद्र की नीतियों पर सवाल खड़ा कर रहे हैं.
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