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अहमदाबाद में पुलिस इंस्पेक्टर के कथित हप्ताखोरी का लगा पोस्टर

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  • भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के संयुक्त मंत्री द्वारा पुलिस विरोधी बोर्ड
  • अगर जिम्मेदारों का स्थानांतरण नहीं हुआ तो आंदोलन शुरू होगा
  • पुलिस की हिटलरशाही के खिलाफ आवाज उठाएं’ जैसे नारों के साथ बोर्ड

अहमदाबाद: “हर जोर जुल्म के टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है” का बोर्ड शाहरकोटडा पुलिस स्टेशन के खिलाफ लगाया गया है.

अहमदाबाद के शाहरकोटडा पुलिस इंस्पेक्टर पर पुलिस स्टेशन की हद में शराब के अड्डे और नास्ता की दुकाने 24 घंटे चालू रखने का आरोप लगाया गया है.

पोस्टर लगाकर ऐसे लोगों कानूनी कार्रवाई नहीं करने वाले लोगों की तत्काल बदली करने की पोस्टर के तहत मांग की गई है.

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पुलिसकर्मियों पर लगा हफ्ताखोरी का आरोप 

इस पोस्ट में शराब का अड्डा और नास्ते की दुकान होमगार्ड जवान विजय हीरालाल

के मिलीभगत से चलाए जाने का आरोप लगाया गया है.

साधारण लोगों के खिलाफ लॉकडाउन और अनलॉक को लेकर कार्रवाई की जा रही है.

लेकिन पहचान वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है.

पोस्टर लगाकर शाहरकोटडा पुलिस इंस्पेक्टर पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं.

भारतीय कम्युनिस्ट ने लगाया पोस्टर 

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सह-मंत्री दिनेश चौहान द्वारा पुलिस के खिलाफ लगाए गए.

इस बोर्ड में पुलिस इंस्पेक्टर वीडी वाणा उनके वहिवटदार और होमगार्ड जवान पर आरोप लगाया गया है.

कानून का पालन कराने वाले लोग ही तालाबंदी कानून का पालन नहीं कर रहे.

इन लोगों की सांठगांठ से शराब के अड्डे और नास्ते की दुकान चलने का आरोप लगाया गया है.

शहरकोटड़ा पुलिस स्टेशन के जिम्मेदार कर्मचारियों को फौरन बदले जाने की मांग की गई है. अगर इन अधिकारियों की बदली नहीं की गई थी तो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी रास्ते पर उतरकर आंदोलन करेगी.

पुलिस कर रही है मामले की जांच 

शहरकोटड़ा पुलिस स्टेशन के पीआई वीडी वाणा ने इस सिलसिले में कहा,

“बोर्ड लागने वाले ने कई आरोप लगाए हैं. मामले की जांच की जा रही है और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. ”

वहीं इस मामले को लेकर बोर्ड लगाने वाले दिनेश चौहान ने कहा,

“होमगार्ड विजय एक पीआई का खास आदमी है. उनकी मेहरबानी की वजह से ही इलाके में गैरकानूनी धंधा चलता है. कर्फ्यू के बाद भी नास्ते की दुकाने चालू रखी जा रही है. इसका सबूत भी हमारे पास है.”

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