भारत से प्रतिबंधित किए गए चीनी मोबाइल ऐप टिकटॉक के भारतीय कारोबार को मुकेश अंबानी की मिलकियत वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज खरीद सकती है. ईटी की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस के साथ भारतीय भारतीय कारोबार में हिस्सेदारी खरीदने पर विचार कर रही है.
खबरों के मुताबिक बातचीत फिलहाल शुरुआती स्तर पर ही है.
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खबरों के मुताबिक, टिकटॉक के सीईओ केविन मेयर ने रिलायंस के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की है. इस मुलाकात में टिकटॉक के भारतीय बिजनेस को लेकर बातचीत हुई है.
हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
जून में भारत ने लगाया था प्रतिबंध
भारत ने जून में 59 चाइनीज एप्स पर प्रतिबंध लगाया था जिसमें टिकटॉक भी था.
उसके बाद जुलाई के अंत में भी 15 अन्य चाइनीज एप्स पर प्रतिबंध लगा.
भारत में प्रतिबंध के बाद टिकटॉक को अमेरिका में भी बैन करने की मांग उठी.
अमेरिका ने टिकटॉक के सामने चीन से नाता तोड़ने का शर्त रखा है.
ट्विटर खरीदारों में शुमार
खबर है कि ट्विटर टिकटॉक के खरीदारों में शुमार है.
अमेरिकी शेयर बाजार डाओ जोन्स में ट्विटर और टिक-टॉक को लेकर ऐसी खबरें हैं.
हालांकि ट्विटर के लिए यह इतना आसान नहीं होगा. 29 बिलियन डॉलर की कंपनी ट्विटर को यह डील क्रैक करने के लिए दूसरे निवेशकों का सहारा लेना पड़ सकता है.
सबसे आगे माइक्रोसॉफ्ट
वैसे टिक-टॉक के संभावित खरीददारों की लिस्ट में सबसे आगे माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन का नाम चल रहा है. पिछले कुछ हफ्तों से माइक्रोसॉफ्ट और टिक-टॉक के बीच डील को लेकर बातचीत चल रही है. खबरों के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट सीईओ सत्य नडेला ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से भी कुछ हफ्तों पहले बात की थी.
हालांकि, अभी टिक-टॉक कोई आधिकारिक बयान देने से बच रहा है.