बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल (यूनाइटेड) और नीतीश मंत्रिमंडल से निष्कासित होने वाले श्याम रजक ने एक दिन बाद ही राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी में शामिल हो गए है.
रविवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने उद्योग मंत्री के पद के साथ ही साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया था.
एक दिन बाद ही आरजेडी में शामिल होने वाले श्याम रजक के बोल भी बदल गए हैं.
तेजस्वी यादव ने पार्टी में किया शामिल
पटना में आरजेडी दफ्तर में तेजस्वी यादव ने श्याम रजक को पार्टी में शामिल किया. इस दौरान होने वाले प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्याम रजक नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य के मुखिया से 99 फीसदी नेता नाराज रहे हैं.
लेकिन वह कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए रजक ने कहा कि मैं दूसरों के बारे में नहीं जानता, लेकिन मैं खुद आरजेडी में शामिल हो रहा हूं.
इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं ऐसी पार्टी में नहीं रह सकता जहां सामाजिक न्याय छीना जा रहा है.
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बिहार की राजनीति में रजक बड़ा दलित चेहरा
बिहार के जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए बात की जाए तो श्याम रजक बिहार का बड़ा दलित चेहरा माना जा रहा है. बिहार में करीब 16 फीसदी वोटर दलित समुदाय के है.
श्याम रजक को लालू प्रसाद यादव का एक दौर में सबसे करीबी माना जाता था. फुलवारी विधानसभा सीट से वह लंबे समय से कामयाबी हासिल कर विधानसभा में पहुंचते रहे हैं.
फुलवारी विधानसभा में उनकी पकड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह बीते 25 सालों से यहां से कामयाब होते आ रहे हैं. पार्टी कोई भी हो श्याम रजक की जीत पक्की मानी जाती है.
बिहार विधानसभा चुनाव से बिल्कुल पहले दलबदल का सिलसिला एक बार फिर से तेज हो गया है. एक दिन पहले नितीश मंत्रिमंडल का हिस्सा रहे श्याम रजक ने आरजेडी का दामन थाम लिया.
माना जा रहा है कि नाराज चल रहे श्याम रजक को मनाने की कोशिश की जा रही थी.
लेकिन उनके अडिग रवैये के बाद उन्हे पार्टी से निकाल दिया गया उसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनुशंसा पर राज्यपाल ने उन्हें मंत्रिपरिषद से बाहर का रास्ता दिखा दिया था.
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