विशाल मिस्त्री, राजपीपला: राज्य में लगातार हो रही जोरदार बारिश (Gujarat Rain) ने सरदार सरोवर पर पानी का दबाव बढ़ गया है. बांध की स्थिति ऐसी है कि पानी लबालब भरे हुए हैं. ऐसे में अब स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बांध के 10 गेटों को खोले जाएंगे ताकि पानी का दबाव कम हो सके. बांध से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा.
इसके परिणामस्वरूप नर्मदा जिले के 3 तालुका और 21 गांवों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. जल स्तर में वृद्धि के कारण बिजली का उत्पादन भी बढ़ा है. अब 1200 मेगावाट के रिवरबेड पावरहाउस से अब 5 यूनिट बिजली बनाई जा रही है.
प्रोटोकॉल के अनुसार बांध के जलाशय के 133 मीटर तक पहुंचने के बाद पानी के उपयोग के लिए रिवरबेड पावरहाउस (RBPH) का संचालन किया जाना है. यह पानी के प्रवाह को संतुलित करने में भी मदद करता है क्योंकि बांध पूर्ण जलाशय स्तर (FRL) के बेहद करीब है.
40,136 क्यूसेक पानी के जुड़ने से नर्मदा नदी का जल संग्रह बढ़ गया है. गेटों के निर्माण के बाद सरदार सरोवर बांध 138.68 मीटर की ऊंचाई तक पहुंच गया है. वर्तमान में यह 131.01 मीटर तक भर गया है. फिलहाल बांध में 85,390 क्यूसेक पानी का प्रवाह है.
क्यों भर रहा है सरदार सरोवर बांध? Gujarat Rain
मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश होने से सरदार सरोवर बांध भर गया है. वर्तमान में, बांध में 2200 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) पानी और 6,000 क्यूसेक पानी गुजरात में नहरों में छोड़ा गया है. इसका मतलब यह है कि बांध में राज्य की सिंचाई और पीने की दोनों जरूरतों के लिए पर्याप्त पानी होगा.
यह लगातार दूसरा वर्ष है जब 2017 में 30 गेटों की स्थापना पर काम पूरा होने से पहले जलसंभर 121.92 मीटर के पिछले ओवरफ्लो स्तर पर पहुंच गया है.
गेटों की स्थापना से बांध की ऊंचाई 138.63 मीटर हो गई. पिछले साल नर्मदा बांध विस्तारित बारिश के कारण सितंबर में 138.63 मीटर की पूर्ण क्षमता तक पहुंच गया था.
गुजरात में बारिश की कहर जारीGujarat Rain
मालूम हो कि गुजरात में भारी बारिश का दौर लगातार जारी है. भारी बारिश ने जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है.
राज्य में मंगलवार को बारिश के कारण संबंधित विभिन्न घटनाओं में 12 और लोगों की मौत हो गई.
वहीं लगभग 1,400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
ये मौते बारिश में डूबने और घर गिरने जैसी घटनाओं के चलते हुई. अब तक राज्य में बारिश और बाढ़ के चलते 42 लोगों की जान जा चुकी है.
हालांकि अब बताया जा रहा है कि दिन में बारिश में कमी आई.
मालूम हो कि गुजरात में अब तक वार्षिक औसत की 100 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है.
जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण राज्य के 205 बांधों में से 90 पूरी तरह से भर चुके हैं जबकि 70 बांध 70 प्रतिशत तक भर गए हैं. वहीं प्रदश के 138 बांधों के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है.
कई राज्यों में बारिश से त्राहिमामGujarat Rain
देश के कई राज्यों में बारिश की वजह से बाढ जैसे हालात हैं. बिहार में भी बारिश और बाढ़ का प्रकोप जारी है. आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि बिहार में 16 जिलों में 83.62 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
वहीं पिछले 24 घंटे में किसी नए इलाके में बाढ़ का प्रकोप नहीं पहुंचा.
वहीं उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के एक हजार से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. सरकार का कहना है कि बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और कहीं भी चिंताजनक हालात नहीं हैं.
इस समय प्रदेश के 16 जिलों अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोंडा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, मऊ, संतकबीरनगर और सीतापुर के 1,090 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं.
राजस्थान में कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश दर्ज की जा रही है. राजस्थान के बारां और झालावाड़ जिलों में पार्वती तथा कालीसिंध नदियों में जलस्तर बढ़ गया है.
कम दबाव का क्षेत्र यहां से राजस्थान की ओर बढ़ने के कारण अब उस राज्य में वर्षा हो रही है. भारी बारिश के कारण मध्य प्रदेश और राजस्थान के बीच सड़क संपर्क टूट गया है.