अक्सर मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ हमलावर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कोरोना वायरस लॉकडाउन को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बुधवार को एक नया वीडियो शेयर कर कहा कि अचानक किया गया लॉकडाउन देश के असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड साबित हुआ है.
राहुल (Rahul Gandhi) ने कोरोनावायरस को लेकर सरकार की तैयारियों और अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए उठाए जा रहे कदमों को लेकर सरकार पर हमला बोला.
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एक ट्वीट में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने लिखा, “अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ. वादा था 21 दिन में कोरोना ख़त्म करने का, लेकिन ख़त्म किए करोड़ों रोज़गार और छोटे उद्योग. मोदी जी का जनविरोधी ‘डिज़ास्टर प्लान’ जानने के लिए ये वीडियो देखें.”
मोदी जी ‘सरकारी कंपनी बेचो’ मुहीम चला रहे हैं।
खुद की बनायी आर्थिक बेहाली की भरपाई के लिए देश की सम्पत्ति को थोड़ा-थोड़ा करके बेचा जा रहा है।
जनता के भविष्य और भरोसे को ताक पे रखकर LIC को बेचना मोदी सरकार का एक और शर्मनाक प्रयास है। pic.twitter.com/W4OjDJ1nY7
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 8, 2020
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लॉकडाउन योजना को बर्बाद करने वाली योजना कहा.
आर्थिक नीतियों पर चौथा वीडियो
उन्होंने इस ट्वीट के साथ एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो लॉकडाउन से हुई समस्याओं के बारे में बात कर रहे हैं.
ये वीडियो उनकी मोदी सरकार की ग़लत आर्थिक नीतियों पर चलाई जा रही सीरीज़ की चौथी कड़ी है.
इस वीडियो में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा,
‘कोरोना के नाम पर जो किया वो असंगठित क्षेत्र पर तीसरा आक्रमण तीसरा वार था क्योंकि गरीब लोग रोज कमाते रोज खाते हैं. छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापार के साथ भी ऐसा है. जब आपने, बिना कोई नोटिस लॉकडाउन किया आपने इनके ऊपर आक्रमण किया. प्रधानमंत्री जी ने कहा 21 दिन की लड़ाई होगी, असंगठित क्षेत्र के रीड की हड्डी 21 दिन में ही टूट गई.‘
एलआईसी में हिस्सेदारी बेचने का आरोप
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने जीवन बीमा निगम (एलआईसी) में सरकार की हिस्सेदारी बेचे जाने से जुड़ी तैयारी संबंधी खबरों की पृष्ठभूमि में आरोप लगाया कि सरकार का देश की संपत्तियों को बेचना शर्मनाक प्रयास है.
उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘‘मोदी जी ‘सरकारी कंपनी बेचो’ मुहिम चला रहे हैं. खुद की बनायी आर्थिक बेहाली की भरपाई के लिए देश की सम्पत्ति को थोड़ा-थोड़ा करके बेचा जा रहा है.’’
आज देश मोदी सरकार-निर्मित कई आपदाएँ झेल रहा है जिनमें से एक है अनावश्यक निजीकरण।
युवा नौकरी चाहते हैं पर मोदी सरकार PSUs का निजीकरण करके रोज़गार व जमा पूँजी नष्ट कर रही है।
फ़ायदा किसका?
बस चंद ‘मित्रों’ का विकास
जो हैं मोदी जी के ख़ास।Stop Privatisation Save Govt Jobs.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 7, 2020
कांग्रेस नेता राहुल (Rahul Gandhi) ने आरोप लगाया, ‘‘जनता के भविष्य और भरोसे को ताक पर रखकर एलआईसी को बेचना मोदी सरकार का एक और शर्मनाक प्रयास है.’’ खबरों के मुताबिक, सरकार एलआईसी में अपनी 25 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है.
इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण के मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोला. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- आज देश मोदी सरकार-निर्मित कई आपदाएं झेल रहा है जिनमें से एक है अनावश्यक निजीकरण. युवा नौकरी चाहते हैं पर मोदी सरकार PSUs का निजीकरण करके रोज़गार व जमा पूंजी नष्ट कर रही है. फ़ायदा किसका? बस चंद ‘मित्रों’ का विकास, जो हैं मोदी जी के ख़ास.”