अहमदाबाद: इन दिनों अहमदाबाद में कोरोना परीक्षण केंद्र (Covid-19 Testing Center) बस शोपीस बनकर रह गए हैं. परीक्षण शिविर में मेडिकल स्टाफ की जगह अब बंदर दिखाई दे रहे हैं. राज्य कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है. ऐसे में अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) द्वारा शहर में कोरोना जांच के लिए शिविर (Covid-19 Testing Center) लगाए गए हैं लेकिन मरीजों और मेडिकल स्टाफ की जगह खाली कुर्सियों पर बंदर गुलाटी मारते नजर आ रहे हैं.
अगर हम शहर के उस्मानपुरा गार्डन के बारे में बात करें तो यहां स्थापित अहमदाबाद रैपिड टेस्ट शिविर (Covid-19 Rapid Testing Center) में परीक्षण करने लिए कोई टीम मौजूद नहीं है लेकिन यहां बदरों को घूमते देखा जा सकता है. ऐसे शिविरों को इसलिए तैयार किया गया है ताकि यहां शहर के नागरिक अपने रैपिड एंटीजन कोरोना टेस्ट जल्दी करा सकें.
कोरोना टेस्ट स्वैच्छिक और निशुल्क हैं. टेस्ट के बाद उसके नतीजे 15 मिनट के भीतर उपलब्ध कराए जाते हैं. लेकिन कुछ ऐसे परीक्षण शिविरों (Covid-19 Testing Center) में न तो कर्मचारी और न ही कोई परीक्षण उपकरण उपलब्ध हैं. शिविर नगर निगम द्वारा शीघ्र कोरोना जांच को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं.
शिविर से टेस्टिंग टीम गायब!
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, उस्मानपुरा गार्डन में स्थापित परीक्षण शिविर (Covid-19 Testing Center) में कोई भी टेस्टिंग टीम नहीं दिखाई दी है. ऐसे में टेस्टिंग टीम की अनुपस्थिति ने शिविर (Covid-19 Testing Center) में बंदरों का डरा बन गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें किसी भी ऐसे समय के बारे में पता नहीं है जब शिविर पर कोरोना टेस्ट किए जा सकते हों.
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मालूम हो कि शहर में कोरोना संक्रमण के हालात बहुत मुश्किलों के बाद थोड़े काबू में आए हैं. एएमसी कोरोना की जांच की जांच के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रेरित कर रहा है. एएमसी ने कोरोना संक्रमितों की पहचान करने के लिए विभिन्न वाणिज्यिक स्थलों, परिसरों, कार्यालयों और यहां तक कि रेलवे स्टेशनों पर भी तेजी से कोरोना टेस्ट कराए हैं. नागरिक निगम ने शहर में चार अलग-अलग क्षेत्रों में ऐसे परीक्षण शिविरों (Covid-19 Testing Center) की स्थापना की जहां भारी भीड़ को देखा गया है. लेकिन कुछ उस्मानपुरा गार्डन जैसे शिविरों की सामने आई ऐसी तस्वीरें कई सवाल खड़े कर रही है.
गुजरात में कोरोना का आतंक
गौरतलब है कि गुजरात (Gujarat) में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. धीरे-धीरे अब कोरोना के कुल मामले एक लाख 20 हजार को पार कर गए हैं. शुक्रवार को राज्य में कोरोना की अब तक की सबसे बड़ी उछाल देखने को मिली जिसके बाद गुजरात में कोरोना के कुल मामले 1,20,498 हो हो गए.
गुजरात (Gujarat) में कोरोना के 1,410 नए मामले दर्ज किए गए. महामारी के बाद से राज्य में एक दिन में दर्ज किए जाने वाले यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. इससे पहले गुजरात में लगातार 16 दिनों तक 1,300 से अधिक मामले दर्ज किए गए.
हालांकि राज्य में कोरोना को मात देने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. शुक्रवार को 1293 मरीजों ने कोरोना को मात दी. इसके साथ ही रिकवरी रेट बढ़कर 83.90% तक पहुंच गई है. राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 16,108 है जिनमें से से 97 वेंटिलेटर पर हैं.
वहीं प्रदेश में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. गुजरात (Gujarat) में कोरोना के कारण 24 घंटों में 16 लोगों की मौत हो गई. इसमें से चार-चार राजकोट और सूरत में जबकि तीन-तीन अहमदाबाद और वडोदरा में दर्ज किए गए. गांधीनगर में दो मौतें दर्ज की गईं. इसके साथ गुजरात (Gujarat) में कोरोना से मौतों की कुल संख्या 3,289 पहुंच गई है.