Gujarat Exclusive > देश-विदेश > किसान बिल को पीएम मोदी ने बताया ऐतिहासिक, कहा- कुछ लोग गुमराह कर रहे

किसान बिल को पीएम मोदी ने बताया ऐतिहासिक, कहा- कुछ लोग गुमराह कर रहे

0
1031

किसान बिल (Agriculture Bill) को लेकर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है. विपक्ष संसद के मॉनसून सत्र में लगातार इसे किसानों के खिलाफ वाला बिल बताकर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर कृषि बिल (Agriculture Bill) को लेकर विपक्ष के वार पर पलटवार किया है. पीएम मोदी ने कहा कि विधेयक से कृषि मंडियां खत्म नहीं हो रही हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कल देश की संसद ने, देश के किसानों को नए अधिकार देने वाले बहुत ही ऐतिहासिक कानूनों को पारित किया है. मैं देश के लोगों को, देश के किसानों, देश के उज्ज्वल भविष्य के आशावान लोगों को भी इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं. ये सुधार 21वीं सदी के भारत की जरूरत हैं.

यह भी पढ़ें: राहुल गांधी ने केंद्र पर बोला हमला, सांसदों के निलंबन को बनाया मुद्दा

विपक्ष पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा,

कृषि क्षेत्र में इन ऐतिहासिक बदलावों के बाद, इतने बड़े व्यवस्था परिवर्तन के बाद कुछ लोगों को अपने हाथ से नियंत्रण जाता हुआ दिखाई दे रहा है. इसलिए अब ये लोग MSP पर किसानों को गुमराह करने में जुटे हैं. ये कानून, ये बदलाव कृषि मंडियों के खिलाफ नहीं हैं.”

एमएसपी की व्यवस्था पहले जैसी ही रहेगी

बिहार के सभी गांवों को ऑप्टिकल फाइबर इंटरनेट सेवाओं से जोड़ने के प्रोजेक्ट का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,

मैं देश के प्रत्येक किसान को इस बात का भरोसा देता हूं कि MSP की व्यवस्था जैसे पहले चली आ रही थी, वैसे ही चलती रहेगी. इसी तरह हर सीजन में सरकारी खरीद के लिए जिस तरह अभियान चलाया जाता है, वो भी पहले की तरह चलते रहेंगे.”

पीएम ने कहा, “पिछले 5 वर्षों में जितनी सरकारी खरीद हुई है और 2014 से पहले के 5 साल में जितनी सरकारी खरीद हुई है, उसके आंकड़े इसकी गवाही देते हैं. अगर दलहन और तिलहन की बात करें तो पहले की तुलना में, दलहन और तिलहन की सरकारी खरीद करीब 24 गुना अधिक की गई है.”

इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसानों को मिली इस आजादी के कई लाभ दिखाई देने शुरू हो गए हैं, क्योंकि इसका अध्यादेश कुछ महीने पहले निकला गया था. ऐसे प्रदेश जहां पर आलू बहुत होता है, वहां से रिपोर्ट्स हैं कि जून-जुलाई के दौरान थोक खरीदारों ने किसानों को अधिक भाव देकर सीधे कोल्ड स्टोरेज से ही आलू खरीद लिया है.

मालूम हो कि मोदी कैबिनेट की मंत्री हरसिमरत कौर ने किसान बिल (Agriculture Bill) को लेकर इस्तीफा दे दिया था. वहीं किसान बिल (Agriculture Bill) को लेकर विपक्ष भी लगातार मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है.

गुजराती में ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें