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नहीं रहे जसवंत सिंह, पिछले 6 वर्षों से कोमा में थे पूर्व केंद्रीय मंत्री

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पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह (Jaswant Singh) का आज निधन हो गया. वह 82 साल के थे और पिछले 6 साल से कोमा में थे. उन्हें सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद से जसवंत सिंह (Jaswant Singh) को कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस साल जून में उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल ने कहा कि काफी कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका.

अस्पताल ने एक बयान में कहा, ‘गहरे दुख के साथ सूचित किया जाता है कि माननीय सेवानिवृत्त मेजर एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का 27 सितंबर, 2020 को सुबह करीब 6:55 बजे निधन हो गया. वह 25 जून 2020 से अस्पताल में भर्ती थे. उनके विभिन्न अंगों ने ठीक से काम करना बंद कर दिया था, जिनका इलाज चल रहा था. आज सुबह उन्हें दिल का दौरा भी पड़ा.’

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पीएम ने दी श्रद्धांजली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जसवंत सिंह (Jaswant Singh) के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि पहले एक सैनिक के रूप में और बाद में राजनीति के साथ अपने लंबे जुड़ाव के दौरान देश की सेवा पूरी मेहनत से की.

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘जसवंत सिंह जी ने पहले एक सैनिक के रूप में और बाद में राजनीति के साथ अपने लंबे जुड़ाव के दौरान देश की सेवा पूरी मेहनत से की. अटल जी की सरकार के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण विभागों को संभाला और वित्त, रक्षा और बाहरी मामलों की दुनिया में एक मजबूत छाप छोड़ी. उनके निधन से दुखी हूं.’

 

प्रधानमंत्री मोदी ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा, ”जसवंत सिंह जी को राजनीति और समाज के मामलों पर उनके अनूठे दृष्टिकोण के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने भाजपा को मजबूत बनाने में भी योगदान दिया. मैं हमेशा उनके साथ हमारी बातचीत को याद रखूंगा. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना. ओम शांति.”

 

रक्षा मंत्री ने भी जताया शोक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत (Jaswant Singh) के निधन पर कहा, ‘अनुभवी भाजपा नेता और पूर्व मंत्री श्री जसवंत सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ. उन्होंने रक्षा मंत्रालय के प्रभारी सहित कई क्षमताओं से देश की सेवा की. उन्होंने खुद को एक प्रभावी मंत्री और सांसद के रूप में प्रतिष्ठित किया.’

उन्होंने आगे कहा, ‘श्री जसवंत सिंह जी को उनकी बौद्धिक क्षमताओं और देश की सेवा के अभूतपूर्व रिकॉर्ड के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने राजस्थान में भाजपा को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. ओम शांति.’

अटल सरकार के कद्दावर नेता

जसवंत सिंह (Jaswant Singh) को अटल सरकार का कद्दावर नेता माना जाता है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्‍व वाली एनडीए सरकार में 1996 से 2004 के बीच रक्षा, विदेश और वित्‍त जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजापी ने उन्होंने टिकट नहीं दिया, इसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी. उसी साल उन्‍हें सिर में गंभीर चोटें आई, तब से वह कोमा में थे.

बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक जसवंत सिंह (Jaswant Singh) को पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया था. इसके बाद उन्होंने निर्दलीय किस्मत आजमायी लेकिन हार का सामना करना पड़ा.

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